यूपी पंचायत चुनाव से पहले नए साल पर युवाओं को बड़ा तोहफा
कमरे से लेकर कंप्यूटर तक हर सुविधा उपलब्ध होगी
हर पंचायत की लाइब्रेरी में पढ़ाई के लिए शांत कमरा, इंटरनेट कनेक्शन, कंप्यूटर सिस्टम, बैठने की व्यवस्था और विभिन्न विषयों की किताबें रखी जाएँगी. सरकार ने स्पष्ट किया है कि ग्रामीण छात्रों को ऐसी सुविधा मिले, जिसके लिए उन्हें शहरों पर निर्भर न रहना पड़े.
चार लाख रुपये का प्रावधान, खरीद प्रक्रिया शुरू
प्रति लाइब्रेरी 4 लाख रुपये का बजट तय किया गया है. इस राशि से फर्नीचर, बुक शेल्फ, नई किताबें, कंप्यूटर और अन्य उपकरण खरीदे जाएंगे. पंचायती राज विभाग पहले ही टेंडर प्रक्रिया को आगे बढ़ा चुका है, जबकि किताबों की खरीद भी फाइनल स्टेज में है.
पहले उन पंचायतों में शुरुआत जहाँ कमरे उपलब्ध
लाइब्रेरी की शुरुआत पहले चरण में उन पंचायतों में की जा रही है जहाँ पंचायत भवन में पहले से उपयोगी कमरे उपलब्ध हैं. जगह चयन की प्रक्रिया पूरी होने के बाद अब केवल सामग्री की सप्लाई और सेटअप बाकी है.
दिसंबर में तैयारियाँ पूरी, जनवरी में शुरू होगा संचालन
जिला पंचायत राज अधिकारी ने इस विषय में जानकारी देते हुए बताया कि दिसंबर के अंत तक सभी लाइब्रेरियों में आवश्यक सामान पहुँच जाएगा और व्यवस्था पूरी कर ली जाएगी.
योजना के अनुसार, जनवरी के पहले सप्ताह से लाइब्रेरी गांवों में सेवा देना शुरू कर देंगी, जिसका सीधा लाभ छात्रों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले युवाओं को मिलेगा.
गाँव के युवाओं को मिलेगी बड़ी राहत
अब ग्रामीण इलाकों के छात्र प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए शहर तक नहीं जाएंगे. लाइब्रेरी खुलने के बाद गांव में ही शांत माहौल, अध्ययन सामग्री और इंटरनेट उपलब्ध होगा जो अब तक केवल शहरों तक सीमित था.
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।