2022 के चुनाव के लिए बनी प्रशासनिक रणनीति, डीएम का निर्देश- टीका लगवाए बिना चुनाव में नहीं बन सकेंगे एजेंट

अलीगढ़़. उत्तर प्रदेश में 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर प्रशासनिक तैयारियां तेज हो गई हैं. कोई भी व्यक्ति बिना टीके लगवाए इस बार चुनाव में एजेंट नहीं बन सकेगा. शुक्रवार को मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने वीडियो कांफ्रेङ्क्षसग से अफसरों के साथ चुनाव की तैयारियों को लेकर समीक्षा बैठक की. इसमें निर्देश दिए कि इस बार चुनाव के दौरान कोरोना बायो वेस्ट के डिस्पोजल की योजना बनाई जाएगी. मतदाता जागरुकता पर भी जोर रहेगा. स्वीप के माध्यम से यह जागरुकता अभियान चलाए जाएंगे. इसके लिए डीएम सेल्वा कुमारी जे ने तैयारियों के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दे दिए हैं. चुनाव में ड्यूटी करने वाले सभी अधिकारी व कर्मचारियों से कोविड प्रतिरक्षित होने का प्रमाण पत्र मांगा जा रहा है.
मुख्य निर्वाचन अधिकारी अजय कुमार शुक्ला ने वीडियो कांफ्रेंस में कहा कि पुलिस व प्रशासन से संबंधित तैयारी अभी से शुरू कर ली जाएं. पिछले चुनाव के पुराने मुकदमों का निस्तारण कर लिया जाए. चुनाव में बनने वाले एजेंट को भी टीका की दूसरी डोज लगवाई जाए. स्वीप के तहत मतदाता जागरूकता कार्यक्रम किए जाएं. इंटरनेट मीडिया के माध्यम से प्रचार-प्रसार कराया जाय. इस बार विधान सभा चुनावों में ड्यूटी करने वाले सभी अधिकारी व कर्मचारियों को कोविड प्रतिरक्षित होने का प्रमाण पत्र देना अनिवार्य है. शासन से भी इसकी गाइड लाइन आ चुकी है. इस मौके पर डीएम सेल्वा कुमारी, सीडीओ अंकित खंडेलवाल, एडीएम सिटी राकेश पटेल, एडीएम वित्त विधान जायसवाल समेत अन्य मौजूद रहे.
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