यूपी के इस जिले ने एक दिन में ध्वस्त कर दिए सारे रिकॉर्ड, 2750 KM दूर देश भी हुआ पीछे
2 करोड़ का रिकॉर्ड 1 दिन में पूरा हुआ है
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मकर संक्रांति पर प्रयागराज विश्व की सर्वाधिक आबादी वाला शहर हो गया। प्रयागराज एक दिन के लिए इतने करोड़ से ज्यादा की आबादी वाला शहर बना। इसमें देश-विदेश से भी लोग आए।
आगे निकला यूपी का प्रयागराज
टोक्यों को भी पीछे छोड़ा, प्रयागराज बना
मेले ने न केवल भारतीय संस्कृति और धर्म की अनूठी छटा बिखेरी है, बल्कि जनसंख्या के आंकड़ों में भी इतिहास रच दिया है। जिससे यह शहर कुछ समय के लिए विश्व के सर्वाधिक जनसंख्या वाले शहरों की सूची में शीर्ष पर आ गया। महाकुंभ मेले के दौरान प्रयागराज ने जापान के टोक्यो ;जनसंख्या 3.75 करोड़, को भी पीछे छोड़ दिया। इस दौरान प्रयागराज का कुल आंकड़ा दिल्ली, शंघाई, साओ पाउलो और काहिरा जैसे बड़े शहरों की आबादी से कहीं अधिक हो गया। माघी पूर्णिमा के दिन ये रिकॉर्ड एक बार फिर से टूटने की उम्मीद है. अभी तक माघी पूर्णिमा में लगभग 2 करोड़ का रिकॉर्ड 1 दिन में पूरा हुआ है , लेकिन इस बार पूरे महाकुंभ में 40 करोड़ से अधिक लोग आने की उम्मीद है. उसमें माघी पूर्णिमा के दिन सारे रिकॉर्ड टूटने की उम्मीद है और आशा है कि 5 से 6 करोड लोग उसे दिन संगम में स्नान कर सकते हैं. इस लिहाज से प्रयागराज 29 को विश्व की सबसे बड़ी आबादी वाला शहर एक बार फिर से बनेगा। प्रशासन ने अनुमान लगाया है कि मौनी अमावस्या के दिन महाकुंभ में 6.8 करोड़ श्रद्धालु पवित्र स्नान करेंगे। यह संख्या अब तक के सभी धार्मिक आयोजनों के रिकॉर्ड तोड़ सकती है। श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधाओं के लिए प्रशासन ने व्यापक व्यवस्था की है। महाकुंभ में न केवल भारत बल्कि दुनिया भर से श्रद्धालु पहुंचे हैं। यह आयोजन हमें यह सिखाता है कि वास्तविक खुशी धर्म और आध्यात्मिकता में निहित है। त्रिवेणी संगम के पास विदेशी तीर्थयात्रियों की मौजूदगी इस आयोजन को और भी खास बना रही है। सभी धर्मों और जातियों के लोग यहां आकर आध्यात्मिक ऊर्जा का अनुभव कर रहे हैं।