छोटे गांव से IPL तक का सफर: मोहम्मद इजहार बने चेन्नई सुपर किंग्स के नेट बॉलर!

मोहम्मद इजहार, एक ऐसा नाम जिसने अपने संघर्ष और मेहनत के दम पर खुद को साबित किया है। बिहार के एक छोटे से गांव सपूली, ग्राम पंचायत पूठी, वार्ड नंबर आठ में रहने वाले मोहम्मद सलाउद्दीन के बेटे मोहम्मद इजहार का चयन चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) में नेट बॉलर के रूप में हुआ है। इस खबर के बाद उनके गांव में खुशी की लहर दौड़ गई है।
वर्ष 2019-20 में उन्हें बिहार से स्टेट लेवल में चुना गया। उनके क्रिकेट के प्रति समर्पण और लगन को देखकर लोग भी उनकी सराहना करने लगे। इजहार को हमेशा से विश्वास था कि अगर वे मेहनत करते रहेंगे तो एक दिन जरूर सफलता हासिल करेंगे।
चेन्नई सुपर किंग्स में उनका चयन होना न सिर्फ उनके परिवार बल्कि पूरे गांव के लिए गर्व की बात है। उनके पिता मोहम्मद सलाउद्दीन ने बताया कि इजहार ने तमाम मुश्किलों और परेशानियों का सामना करते हुए आज ये मुकाम हासिल किया है। उन्होंने कहा, “मेरा बेटा हमेशा कहता था कि वह इंटरनेशनल क्रिकेट खेलेगा और नाम रोशन करेगा। आज उसका सपना सच हो रहा है।"
गांव के लोग इजहार के स्वागत की तैयारियाँ कर रहे हैं। जैसे ही वह IPL में खेलने के बाद वापस आएंगे, उन्हें जिला स्तर पर सम्मानित किया जाएगा। पंचायत के लोग भी इस मौके को एक गर्व के पल के रूप में देख रहे हैं।
गांव के पंचायत मुखिया ने इजहार को बधाई देते हुए कहा, “इजहार ने न सिर्फ हमारे क्षेत्र का नाम रोशन किया है बल्कि पूरे राज्य का मान बढ़ाया है। हम उम्मीद करते हैं कि वह इसी तरह मेहनत करता रहे और आगे बढ़ता रहे। हम सब चाहते हैं कि वह चेन्नई सुपर किंग्स में अच्छा प्रदर्शन करें और एक दिन इंटरनेशनल क्रिकेट में भारत का प्रतिनिधित्व करे।”
मोहम्मद इजहार की यह सफलता उनके कठिन परिश्रम और अटूट विश्वास का नतीजा है। उनका यह सफर उन सभी युवाओं के लिए एक प्रेरणा है जो छोटे गांवों और साधारण परिवारों से होते हुए भी बड़े सपने देखते हैं। अगर आपके सपने बड़े हैं और मेहनत करने का जुनून है, तो कोई भी बाधा आपको रोक नहीं सकती।
अब देखने वाली बात यह होगी कि मोहम्मद इजहार चेन्नई सुपर किंग्स में किस तरह का प्रदर्शन करते हैं और क्या वे अपने सपने को और भी ऊँचाइयों तक ले जा पाते हैं। लेकिन इतना तो जरूर है कि उनकी इस कामयाबी ने उन्हें भविष्य का एक संभावित सितारा बना दिया है।