Gujarat Titans की चुप्पी से फूटा बड़ा राज, Rabada ने खुद किया कबूल—बैन की असली वजह अब आई सामने!

आईपीएल 2025 के सीजन के बीच एक चौंकाने वाली खबर ने सभी क्रिकेट प्रेमियों को हैरान कर दिया है। गुजरात टाइटन्स की टीम, जो इस समय बेहतरीन फॉर्म में चल रही है और पॉइंट्स टेबल में टॉप 2 में बनी हुई है, अचानक सुर्खियों में आ गई है—but for all the wrong reasons.
दरअसल, गुजरात टाइटन्स के तेज गेंदबाज कगिसो रबाडा को लेकर एक बड़ा खुलासा सामने आया है। शुरुआत में जब रबाडा टीम से बाहर हुए, तो फ्रैंचाइज़ी ने कहा था कि वे कुछ निजी कारणों के चलते अपने घर लौट गए हैं। लेकिन अब खुद रबाडा ने एक पोस्ट करके सच्चाई सबके सामने रख दी है, जिससे गुजरात की टीम की बयानबाज़ी पर सवाल खड़े हो गए हैं।
कगिसो रबाडा ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोस्ट के जरिए इस बात को स्वीकार किया कि वे प्रतिबंधित दवाओं के उपयोग के कारण निलंबित किए गए थे। रबाडा ने लिखा, “मैं हाल ही में निजी कारणों से आईपीएल में भाग लेने के बीच से दक्षिण अफ्रीका लौट आया हूं। ऐसा मेरे द्वारा प्रतिबंधित ड्रग के उपयोग के कारण हुआ है। मैं उन सभी लोगों से माफी मांगता हूं जिन्हें मैंने निराश किया है। मैं क्रिकेट खेलने के इस विशेषाधिकार को कभी हल्के में नहीं लूंगा। यह विशेषाधिकार मुझसे कहीं बड़ा है और मेरी व्यक्तिगत आकांक्षाओं से कहीं ऊपर है। मैं निलंबन की सजा काट रहा हूं और अब उस वापसी के लिए तैयार हूं जिसे खेलना मुझे पसंद है।”
इस बयान से यह स्पष्ट हो गया कि गुजरात फ्रैंचाइज़ी ने जो 'निजी कारणों' की बात कही थी, वह पूरी सच्चाई नहीं थी। टीम ने पूरी बात को छुपा लिया था और अब रबाडा के खुलासे से यह झूठ सामने आ गया है। यह बात न सिर्फ टीम की पारदर्शिता पर सवाल खड़े करती है बल्कि दर्शकों और फैंस के भरोसे को भी प्रभावित कर सकती है।
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रबाडा के मामले में भी यही कहा जा रहा है कि उन्होंने जानबूझकर कोई ड्रग नहीं लिया, लेकिन टेस्ट रिपोर्ट्स में कुछ ऐसा आ गया जिससे उन्हें निलंबित कर दिया गया। अब जबकि उन्होंने अपनी सजा पूरी कर ली है, वो वापसी के लिए तैयार हैं और टीम से जुड़ चुके हैं।
लेकिन अब बड़ा सवाल यह है कि क्या कगिसो रबाडा को गुजरात टाइटन्स की प्लेइंग 11 में जगह मिल पाएगी? टीम इस वक्त जबरदस्त लय में है। गेंदबाजी यूनिट भी काफी मजबूत दिख रही है, जिसमें भारतीय और विदेशी दोनों गेंदबाज अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं। ऐसे में अचानक रबाडा की वापसी उन्हें प्लेइंग 11 में सीधे एंट्री दिला पाएगी, यह कहना मुश्किल है।
गुजरात की टीम वैसे भी बहुत ज्यादा बदलाव नहीं करती, खासकर तब जब टीम लगातार जीत रही हो। इसलिए यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कप्तान और टीम मैनेजमेंट रबाडा जैसे अनुभवी खिलाड़ी को वापसी के साथ ही तुरंत मौका देते हैं या फिर उन्हें बेंच पर बैठाकर किसी सही समय का इंतजार करना होगा।
यह भी गौर करने वाली बात है कि एक बार खिलाड़ी किसी विवाद या निलंबन के कारण बाहर होता है, तो उसकी वापसी का रास्ता इतना आसान नहीं होता, खासकर जब टीम उसकी गैरमौजूदगी में बेहतरीन प्रदर्शन कर रही हो। ऐसे में कगिसो रबाडा को अपनी जगह फिर से हासिल करने के लिए खुद को फिट और फॉर्म में साबित करना होगा।
यह मामला सिर्फ एक खिलाड़ी की वापसी या टीम चयन का नहीं है, बल्कि यह सवाल भी खड़ा करता है कि आईपीएल जैसी प्रोफेशनल लीग में ट्रांसपेरेंसी कितनी जरूरी है। जब कोई खिलाड़ी किसी कारणवश बाहर होता है, तो उसकी सही जानकारी फैंस और मीडिया के साथ साझा करना बेहद आवश्यक है। वरना ऐसी अफवाहें और अटकलें लगती हैं जो खिलाड़ी और टीम दोनों की साख को नुकसान पहुंचा सकती हैं।
फिलहाल रबाडा ने जो साहस दिखाया और खुद आकर अपनी गलती स्वीकार की, वो काबिल-ए-तारीफ है। इससे ये भी पता चलता है कि वो अपने करियर को लेकर गंभीर हैं और दोबारा वापसी करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। अब बारी टीम मैनेजमेंट की है कि वो इस अनुभवी खिलाड़ी पर दोबारा भरोसा दिखाती है या नहीं।
आईपीएल में ऐसा पहली बार नहीं हुआ है जब किसी खिलाड़ी को बैन या निलंबन झेलना पड़ा हो, लेकिन ऐसे मामलों में जब खिलाड़ी अपनी गलती मानकर वापसी करता है, तो क्रिकेट जगत आमतौर पर उन्हें दूसरा मौका देता है। रबाडा के पास अब वही मौका है कि वो दोबारा अपने प्रदर्शन से आलोचकों का मुंह बंद करें और साबित करें कि वो आज भी विश्व के बेहतरीन गेंदबाजों में से एक हैं।
आने वाले मुकाबले इस बात का फैसला करेंगे कि गुजरात की प्लेइंग 11 में उन्हें मौका मिलता है या नहीं, लेकिन फैंस के लिए यह खबर जरूर हैरान करने वाली रही कि जिस खिलाड़ी को लेकर निजी कारण बताकर टीम ने चुप्पी साध ली थी, उसने खुद आकर सच्चाई सबके सामने रख दी।