चैंपियंस ट्रॉफी 2025: पाकिस्तान ने भारत का झंडा न लगाकर बढ़ाया विवाद
गद्दाफी स्टेडियम की छत पर उन सभी टीमों के झंडे लगाए गए हैं, जो चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा ले रही हैं
By Akash Varun
Leading Hindi News Website
On
.png)
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की तैयारियां जोरों पर हैं, और टूर्नामेंट के लिए पाकिस्तान ने अपने गद्दाफी स्टेडियम को नए सिरे से सजाया है। हालांकि, एक बड़ी विवादास्पद घटना ने भारतीय क्रिकेट फैंस को नाराज कर दिया है। यह विवाद स्टेडियम में मौजूद झंडों को लेकर है।
गद्दाफी स्टेडियम की छत पर उन सभी टीमों के झंडे लगाए गए हैं, जो चैंपियंस ट्रॉफी में हिस्सा ले रही हैं। लेकिन, भारत का झंडा नदारद है। इंग्लैंड, न्यूजीलैंड, साउथ अफ्रीका, अफगानिस्तान, और अन्य टीमों के झंडे तो दिख रहे हैं, लेकिन भारतीय तिरंगा न होना कई सवाल खड़े करता है।
झंडा न लगाने के पीछे क्या है वजह?
इस मुद्दे को लेकर दो बातें सामने आ रही हैं:
1. भारत का झंडा इसलिए नहीं लगाया गया क्योंकि भारत पाकिस्तान में खेलने नहीं जा रहा।
भारत के मुकाबले दुबई में खेले जाएंगे, और इस वजह से पाकिस्तान ने तिरंगे को गद्दाफी स्टेडियम में जगह नहीं दी। यह तर्क उन लोगों का है, जो मानते हैं कि झंडा केवल खेलने वाली टीमों का ही लगाया जाता है।
2. यह भारत का अपमान है।
दूसरी ओर, कई लोग इसे जानबूझकर की गई हरकत बता रहे हैं। आईसीसी के इवेंट होने के नाते, झंडा लगाना एक औपचारिकता और परंपरा है। भारत के मुकाबले भले ही पाकिस्तान में न हों, लेकिन भारत इस टूर्नामेंट का हिस्सा तो है। ऐसे में झंडा न लगाना पाकिस्तान की ओर से भारत के प्रति एक नकारात्मक कदम माना जा रहा है।
पाकिस्तान की दोहरी रणनीति पर उठ रहे सवाल
पाकिस्तान की इस हरकत को लेकर कई और सवाल भी उठे हैं। अगर भारत का झंडा न लगाना तर्कसंगत था, तो गली-चौराहों और होर्डिंग्स पर भारतीय खिलाड़ियों की तस्वीरें क्यों लगाई गईं?
भारतीय खिलाड़ियों की तस्वीरें:
पाकिस्तान में बड़े-बड़े होर्डिंग्स पर रोहित शर्मा और विराट कोहली की तस्वीरें लगाई गई हैं। अगर पाकिस्तान भारत को इस टूर्नामेंट का हिस्सा नहीं मान रहा, तो भारतीय खिलाड़ियों की तस्वीरें लगाने का क्या मतलब है?
वेस्ट इंडीज की टीम को जगह देना:
वेस्ट इंडीज, जो इस बार चैंपियंस ट्रॉफी का हिस्सा नहीं है, उसकी टीम को एक होर्डिंग में दिखाया गया है। यह गलती पाकिस्तान की तैयारियों पर भी सवाल खड़ा करती है।
आईसीसी की भूमिका पर सवाल
आईसीसी के इवेंट में सभी भाग लेने वाली टीमों का झंडा लगाना अनिवार्य माना जाता है। यह केवल मेजबान देश की जिम्मेदारी नहीं है, बल्कि आईसीसी का कर्तव्य है कि वह सुनिश्चित करे कि किसी भी देश का अपमान न हो।
अगर यह फैसला पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) का था, तो आईसीसी को इस मामले में दखल देना चाहिए। यह टूर्नामेंट किसी एक देश का नहीं है, बल्कि आईसीसी द्वारा आयोजित एक वैश्विक क्रिकेट प्रतियोगिता है।
क्रिकेट के दर्शकों में नाराजगी
भारतीय क्रिकेट फैंस इस हरकत से बेहद नाराज हैं। सोशल मीडिया पर इसे लेकर कड़ी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। फैंस इसे न केवल भारत का अपमान मान रहे हैं, बल्कि इसे एक शर्मनाक हरकत भी कह रहे हैं।
क्या हो सकता है समाधान?
इस विवाद के बढ़ने के बाद उम्मीद है कि पीसीबी या आईसीसी की ओर से जल्द ही कोई बयान आएगा। अगर यह महज एक भूल थी, तो उसे तुरंत ठीक किया जाना चाहिए। और अगर यह जानबूझकर किया गया था, तो आईसीसी को इसे गंभीरता से लेना चाहिए।
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 की शुरुआत से पहले यह विवाद न केवल क्रिकेट के मैदान पर बल्कि राजनैतिक और कूटनीतिक स्तर पर भी चर्चा का विषय बन चुका है। भारत का झंडा न लगाना केवल एक छोटा मुद्दा नहीं है, बल्कि यह खेल भावना और सम्मान से जुड़ा सवाल है। अब देखना होगा कि आईसीसी और पीसीबी इस पर क्या कदम उठाते हैं।
On