सिद्धार्थनगर पुलिस की कारिस्तानी- लड़की की गुमशुदगी की रिपोर्ट 9 दिन बाद दर्ज की, बरामदगी के बाद अब तक थाने में रखा!

सिद्धार्थनगर. बांसी कोतवाली क्षेत्र के पिपरहिया गांव निवासी 17 वर्शीय किशोरी को अगवा करने के मामले में तहरीर मिलने के 9 दिन बाद मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने अपहृत किशोरी को बरामद कर लिया, लेकिन उसे कोर्ट में न पेश कर पिछले चार दिन से थाने पर ही रखा है. समाचार लिखे जाने तक किशोरी का परिवार लड़की की बरामदगी के बाद उसकी सुपुर्दगी पाने के लिए भटक रहा है.
लड़की की मां का आरोप है कि पुलिस वालों ने उसकी लड़की तो बरामद कर ली, लेकिन आरोपी युवक को छोड़ दिया. वहीं एसएचओ का कहना है कि लड़की बरामद कर ली गई है, लेकिन मेडिकल कार्यवाही पूरी न होने के कारण उसे कोर्ट के समक्ष पेश नहीं किया जा सका था. सोमवार को मेडिकल होने के बाद उसे कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत किया गया.


किशोरी की मां का आरोप है कि बांसी कोतवाली शुरू से ही आरोपियों को बचाने के लिए लगी हुई है. पहले उनका मुकदमा 9 दिन बाद दर्ज किया गया. लड़की की लोकेशन ट्रेस होने के बाद उसकी संतकबीरनगर जिले से बरामदगी की गई. लेकिन यहां भी पुलिस ने खेल खेला.
साथ गए किशोरी के भाई को लोकेशन से 5 सौ मीटर पहले ही रोक दिया और वहां से आरोपी को भगा कर उनकी पुत्री को बरामद दिखाया. जब इस बारे में पूछा गया तो उनके द्वारा कहा गया कि तुम्हें उससे क्या मतलब, तुम्हारी लड़की तो बरामद हो गई.

3 नवम्बर को लड़की को बरामद करने के बाद भी पुलिस ने आरोपियों के विरूद्ध कोई कार्रवाई नहीं की, बल्कि 5 नवम्बर को उसके घर पहुंचकर हल्का दारोगा ने पूरे परिवार का सादे कागज पर अंगूठा और दस्तख्त करवा लिया. उनका आधार कार्ड भी मांग रहे हैं. एसपी डॉ. यशवीर सिंह को शिकायती पत्र देते हुए हल्का दारोगा पर आरोप लगाया है कि उसकी पुत्री को पिछले 3 नवम्बर से ही थाने में रखे हुए है.

परिजनों ने एसपी से मामले की जांच कराते हुए दोषियों के विरूद्ध कार्रवाई करने और लड़की को परिवार की सुपुर्दगी में देते हुए न्याय दिलाए जाने की गुहार लगाया है. इस बारे में एसएचओ से बात की गई तो उनका कहना है कि लड़की का मेडिकल सोमवार को कराया गया है, अभी मेडिकल रिपोर्ट नहीं मिल पाई है. रिपोर्ट मिलने के बाद मामले में विधिक कार्रवाई की जाएगी.