OPINION: परिवारों के सहारे परिवारवाद का विरोध

OPINION: परिवारों के सहारे परिवारवाद का विरोध
pm narendra modi

हरिशंकर व्यास
कांग्रेस मुक्त भारत के बाद अब भाजपा का नारा है डायनेस्टी मुक्त भारत. तेलंगाना में भाजपा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक शुरू होने से पहले पार्टी ने यह एजेंडा तय किया है. राष्ट्रीय कार्यकारिणी में मुख्य रूप से इस मसले पर विचार होना है. नरेंद्र मोदी परिवारवाद का विरोध पहले से करते रहे हैं लेकिन इस साल छह अप्रैल को भाजपा के स्थापना दिवस के मौके पर उन्होंने एक एजेंडे के तौर पर इसे अपनाया और कहा कि परिवारवादी पार्टियां लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं. उसके बाद वे निरंतर इस मसले पर बोलते रहे. अब भाजपा सांस्थायिक रूप से इस मुद्दे को राजनीति के केंद्र में ला रही है. मजेदार बात है कि भाजपा ने परिवारवाद की अपनी एक परिभाषा की गढ़ ली है. जब उसको याद दिलाया जाता है कि राजनीतिक परिवारों के अनेक लोग उसकी अपनी पार्टी में हैं तो वह बताती है कि वे अध्यक्ष नहीं हैं और न पार्टी की कमान उनके हाथ में है. अपने को अलग दिखाने के लिए भाजपा ने नेताओं को परिवार में एक ही टिकट देने का नियम भी बनाया है.

असल में भाजपा को कांग्रेस के परिवारवाद का विरोध करना है और उसको पता है कि राज्यों में उन्हीं प्रादेशिक क्षत्रपों से ज्यादा कड़ा मुकाबला है, जिनकी कमान एक परिवार के हाथ में है. जैसे बिहार में लालू प्रसाद का परिवार राजद की कमान संभालता है और सबने देख लिया कि खत्म होने के करीब पहुंचने के बाद भी पार्टी ने फिनिक्स की तरह वापसी कर ली. आज वह बिहार विधानसभा की सबसे बड़ी पार्टी है. उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह के परिवार के कमान वाली समाजवादी पार्टी तमाम प्रयासों के बावजूद खत्म नहीं हो रही है. हारने के बाद भी उसके विधायकों की संख्या एक सौ से ज्यादा है. तमिलनाडु में डीएमके, तेलंगाना में टीआरएस, कर्नाटक में जेडीएस, झारखंड में जेएमएम, महाराष्ट्र में शिव सेना, पंजाब में अकाली दल आदि ऐसी पार्टियां हैं, जिनका नेतृत्व एक परिवार के हाथ में है.

यह भी पढ़ें: Indian Railway News: New Delhi रेलवे स्टेशन से 4 साल तक नहीं चलेंगी 300 ट्रेनें! जानें- कैसे मिलेगी आपको ट्रेन

सो, भाजपा ने इन पार्टियों को निपटाने का तरीका निकाला है. एक तरीका पार्टी की कमान संभालने वाले परिवारों में फूट डालने का है, दूसरा तरीका एक परिवार के मुकाबले दूसरा परिवार खड़ा करने का है और तीसरी तरीका राजनीतिक परिवारों के ऊपर भ्रष्टाचार के आरोप लगा कर उनकी साख बिगाडऩे और कमजोर करना का है. बहुत बारीकी से देखे बगैर भी पता है कि हर राजनीतिक परिवार के ऊपर केंद्रीय एजेंसियों की नकेल कसी हुई है. लेकिन किसी को पकड़ कर जेल में नहीं डाला जा रहा है.

यह भी पढ़ें: Bank Holiday in April 2024: अप्रैल में 12 दिन बंद रहेंगे बैंक, यहां देखें पूरी लिस्ट, यूपी में 6 दिन है छुट्टी

उन पर कानूनी कार्रवाई करके सजा दिलाने से ज्यादा उनके कथित कारनामों का प्रचार कराया जा रहा है. एजेंसी की कार्रवाई की खबरें लीक करा कर बताया जा रहा है कि अमुक नेता कितना भ्रष्ट है. उस कथित भ्रष्ट नेता को जेल में नहीं डाला जा रहा है उसकी गर्दन पर तलवार लटकाई जा रही है. झारखंड में पूरे शिबू सोरेन परिवार पर तलवार लटकी है तो बिहार में लालू परिवार, कर्नाटक में देवगौड़ा परिवार, तमिलनाडु में करुणानिधि परिवार, उत्तर प्रदेश में मुलायम परिवार, पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी परिवार सहित ज्यादातर नेताओं के परिजनों के ऊपर केंद्रीय एजेंसियों की तलवार लटकी है.

यह भी पढ़ें: Covishield लगवाने वालों को सच में है हार्ट अटैक का खतरा? जानें- क्या कहता है विज्ञान

दूसरी तरफ हर नेता के परिवार में फूट डालने की राजनीति भी हो रही है. उत्तर प्रदेश में मुलायम सिंह की बहू भाजपा में शामिल हो गई हैं और मुलायम के भाई शिवपाल यादव शामिल नहीं हुए हैं, लेकिन भाजपा के काम आ रहे हैं. हरियाणा में ओमप्रकाश चौटाला का परिवार टूट गया है और उनके एक बेटे अजय चौटाला अपनी अलग पार्टी बना कर भाजपा के साथ राजनीति कर रहे हैं.

महाराष्ट्र में ठाकरे परिवार कमजोर हो गया है और शिव सेना में विभाजन करा कर भाजपा ने एक शिव सैनिक को मुख्यमंत्री बना दिया है. झारखंड में शिबू सोरेन के तीसरे बेटे बसंत सोरेन के बारे में भाजपा के नेता अनौपचारिक रूप से बताते रहते हैं कि वे और उनकी पत्नी भाजपा के संपर्क में हैं. चाहे परिवार के सहारे हो या पार्टी तोड़ कर हो या केंद्रीय एजेंसियों के सहारे हो भाजपा अपने मकसद में कामयाब हो रही है. पंजाब में अकाली दल हाशिए की पार्टी बन गई तो महाराष्ट्र में शिव सेना की स्थिति भी बहुत कमजोर हो गई. बसपा को एक तरह से भाजपा ने अपना जेबी संगठन बना लिया है और उसी तरह से अन्ना डीएमके को भी जेबी संगठन बनाने का प्रयास हो रहा है.

On
Follow Us On Google News

ताजा खबरें

उत्तर प्रदेश मे इस Ring Road का हो रहा विरोध, किसानों ने उठाई हक की आवाज
यूपी समेत कई राज्यों में बदल जाएगा मौसम! भीषण गर्मी के बीच आई बड़ी खुशखबरी
Shashank Singh IPL: गोरखपुर से शशांक ने मचाई धूम, बने IPL 2024 के Sixer King, जानें- इनके बारे में सब कुछ
Basti के सियासत की सबसे बड़ी खबर, राजकिशोर सिंह बीजेपी में शामिल
उत्तर प्रदेश के इन शहरो को मिल रही मेमू ट्रेन दिल्ली का किराया इतना की जान के हो जाएंगे हैरान
Post Office की इस स्कीम से आप हो जाएंगे मालामाल, कुछ रुपयों के निवेश से होगा तगड़ा मुनाफा
आज से बदल गए है ये 5 नियम चेक करे कहा मिलेगा फायदा और कहां होगा आपको घाटा
UP Weather Updates: यूपी में इस तारीख से गर्मी से मिल सकती है राहत, होगी झमाझम बारिश, जानें लेटेस्ट अपडेट
वंदे भारत मेट्रो की पहली झलक आई सामने, देखे अपने शहर का रूट और किराया
गर्मी खत्म हो जाए और आए Monsoon तो जरूर घूमें यूपी के ये जिले, मन हो जाएगा खुश, मिलेगी शानदार सेल्फी
Lok Sabha Election 2024: हरीश द्विवेदी के नामांकन में BJP का शक्ति प्रदर्शन, जातीय गणित साधने पहुंचे ये दिग्गज नेता
Covishield लगवाने वालों को सच में है हार्ट अटैक का खतरा? जानें- क्या कहता है विज्ञान
उत्तर प्रदेश मे इस तारीख से होगी बारिश जाने अपने शहर का हाल
Doomariyaganj Lok Sabha Election 2024: बस्ती-बेवा बॉर्डर पर सख्ती, इन बातों का रखें ख्याल, पुलिस ने दिए दिशानिर्देश
उत्तर प्रदेश के इन शहरों को मिल सकती है वंदे भारत मेट्रो चेक करे रूट
Indian Railway News: New Delhi रेलवे स्टेशन से 4 साल तक नहीं चलेंगी 300 ट्रेनें! जानें- कैसे मिलेगी आपको ट्रेन
Indian Railway Trains 2024: घर जाने के लिए नहीं मिल रहा टिकट तो देखें यहा लिस्ट, रेलवे ने शुरू की स्पेशल ट्रेन
UP Board News: स्टूडेंट्स के लिए यूपी बोर्ड ने लिया बड़ा फैसला, अब हर मुश्किल होगी आसान
India Weather Updates: प्रचंड गर्मी के बीच कई इलाकों में बारिश के आसार, जानें यूपी में क्या होगा? IMD का आया अलर्ट
May Holiday List 2024: मई में इन 9 तारीखों पर बंद रहेंगे बैंक, देखें छुट्टियों की पूरी लिस्ट