Platelets का घटना, बढ़ना दोनों हो सकता है खतरनाक, यहां जानें सब कुछ
Platelets से जुड़े अहम सवालों के जवाब जानें यहां
डॉ. वी.के. वर्मा
मो.न.9415163328
प्लेटलेट्स क्या है
प्लेटलेट्स हमारे रक्त में मौजूद वे सूक्ष्म कण होते हैं जो रक्त का थक्का बनाने में मदद करते हैं. जब भी हमें शरीर के किसी अंग पर चोट लगती है तब प्लेटलेट्स उस जगह पर एकत्रित हो जाते हैं और खून का बहना रोकने की कोशिश करते हैं. एलोपैथी चिकित्सा पद्धति में प्लेटलेट्स बढ़ाने के लिए प्लेटलेट्स चढ़ाने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं है.
कैसे रिकवर होगा प्लेटलेट्स
आयुर्वेद में प्लेटलेट्स बढ़ाने के कई कारगर तरीके हैं. इनमें गिलोय का सेवन, खाली पेट पपीते के पत्ते को पीस कर पीना, चुकंदर और खजूर के सेवन के साथ नारियल पानी काफी कारगर हो सकता है. प्लेटलेट्स संतुलित रखने के लिए नियमित रूप से पपीता खाएं. पपीते के पत्तों को पानी में उबालकर उसे ग्रीन टी के रूप में पिएं, ज्यादा फायदा होगा. आंवले में मौजूद विटामिन-सी प्लेटलेट्स का उत्पादन तो बढ़ाता ही है, रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है. नियमित रूप से हर सुबह खाली पेट 3 से 4 आंवला खाना लाभप्रद होगा.
कितना होना चाहिये प्लेटलेट्स
स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में डेढ़ से चार लाख प्लेटलेट्स होते हैं. किसी कारण से यदि ये 50 हजार से कम हो जाएं तो चिंता की बात नहीं. लेकिन इससे भी कम होने पर रक्तस्त्राव होने लगता है. प्लेटलेट्स कम होने पर तुरन्त सक्षम चिकित्सक के संपर्क में आना चाहिये.
होमियोपैथी से बढ़ाये प्लेटलेट्स
आयुष चिकित्साधिकारी डा. वी.के. वर्मा कहते हैं होमियोपैथी में भी प्लेटलेट्स की रिकवरी के कारगार तरीके हैं. प्लेटलेट्स में गिरावट आ रही हो तो ’कोरिका पोपाया एक्सट्रेक्ट लें. इसके साथ ’आर्सेनिक एल्बयम का प्रयोग करना चाहिए. इसकी 10-10 बूंद दवा या 10-10 गोली चिकित्सक की देखरेख में बेहतर नतीजे दे सकती है. ’इयूपेटोरियम पर्फ दवा लक्षण के अनुसार एक सप्ताह तक लेने से प्लेटलेट्स की रिकवरी हो जाती हे.
प्लेटलेट्स ज्यादा होने पर क्या होता है?
शरीर में आवश्यकता से अधिक होना शरीर के लिए कई गंभीर खतरे उत्पन्न करता है. इससे खून का थक्का जमना शुरू हो जाता है जिससे दिल के दौरे की आशंका बढ़ जाती है और व्यक्ति की जान भी जा सकती है. ऐसे में दोनो चीजों पर ध्यान देना जरूरी होता है. न बहुत कम हो और न ही ज्यादा होने पाये.