Basti Panchayat Chunav: सदर ब्लॉक से कौन होगा उम्मीदवार? चार दावेदारों में सिमटा प्रमुखी का घमासान
जीत के दावों के बीच टिकट की आस लगाए बैठे हैं उम्मीदवार
बस्ती . सदर ब्लाक प्रमुख पद की कुर्सी पर निगाह गड़ाए चार दावेदारों के नाम खुलकर सामने आ गये है. संघ से ताल्लुक रखने वाले पुराने स्वयंसेवक व प्रमुख व्यवसायी सिद्धार्थ शंकर मिश्र, लखनऊ से आयी शर्मा गुट की नेत्री रोली सिंह, सांसद खेमे के सिपहसालार राकेश श्रीवास्तव व अंशु सिंह चुने गये क्षेत्र पंचायत सदस्यों को अपने पाले में करने के लिए जमकर प्रयास कर रहे है.
लोगों की मानें तो सदर ब्लाक प्रमुख की कुर्सी पर सत्ताधारी पार्टी का ही कब्जा रहता आया है. ऐसे में विपक्ष का कोई मोहरा अब तक खुलकर सामने नहीं दिख रहा है. जिससे भाजपा के ही किसी उम्मीदवार के जीत पर मुहर लगती दिख रही है.पंचायत चुनावों में धनबल का बोलबाला रहता आया है. इस बार भी बीडीसी धन की चाहत में अब तक सभी प्रत्याशियों को अपना समर्थन देते दिख रहे है. जबकि असल में सारा खेल पैसे पर ही टिका हुआ है. इसमें बड़ा रोड़ पार्टी का टिकट है. अभी तक भाजपा ने अपने किसी उम्मीदवार का टिकट फाइनल नहीं किया है. ऐसे में क्षेत्र पंचायत सदस्य सबकी मिठाई और उपहार लेने में गुरेज नहीं कर रहे है.
क्षेत्र पंचायत सदस्यों को अपने पाले में करने के लिए हरसंभव प्रयास करने वाले सभी दावेदार अपनी-अपनी जीत की दावेदारी कर रहे है. पार्टी से टिकट मिलने का दावा ठोंक रहे है. इसके बावजूद पार्टी के पुराने रिकार्ड को देखें तो कुछ भी कहना जल्दबाजी होगी. दावेदारों में राकेश श्रीवास्तव के नाम पर भले ही अंदरखाने मुहर लग गई हो मगर पार्टी ऐसे उम्मीदवार पर भरोसा करने के मूड में हैं जो उसके हर एंगल में फिट बैठने में सक्षम हो.
संघ के पुराने स्वयंसेवक सिद्धार्थ शंकर मिश्र पार्टी के निष्ठावान कार्यकर्ता माने जाते है. पार्टी के लिए तन,मन, धन से लगे रहने वाले सिद्धार्थ शंकर मिश्र की मानें तो उन्हें टिकट मिलने का पूरा भरोसा है. जीत के लिए जितने बीडीसी चाहिए उतने उन्हें समर्थन दे रहे है. वहीं पूर्व बीडीओ भगवान सिंह की बहू रोली सिंह भी अपने जीत के दावे करती नजर आ रही है. पार्टी द्वारा टिकट की घोषणा करने से पहले ही कुछ बीडीसी सदस्यों को अपने साथ लेकर पार्टी कार्यालय पर शक्ति प्रदर्शन तक कर चुकी रोली सिंह को लखनऊ के एक बड़े नेता का आशीर्वाद प्राप्त माना जाता है.
जीत के प्रति आश्वस्त अंशु सिंह भी कह रहे हैं की जीत के लिए जितने क्षेत्र पंचायत सदस्य चाहिए उतने उनके पास है. पार्टी का टिकट मिलने की देर है.
ऐसे में भाजपा के सभी प्रमुखी के दावेदारों का सारा रसूख टिकट पर अटका हुआ है. नाम न छापने की शर्त पर संगठन के एक बड़े पदाधिकारी ने बताया की सभी दावेदारों का नाम उपर भेजा गया है. कोई खुद को आज ही प्रमुख के लिए प्रचारित करने में लगे हैं, ऐसे लोगों पर निगाह रखी जा रही है. सदर ब्लाक के चार दावेदारों में सिमटा प्रमुखी का घमासान