अवधी, भोजपुरी कार्यशाला में पारम्परिक गीतों की धूम

कहा कि भारतीय संस्कृति में लोक कलाओं , गीतों का विशेष महत्व है. वे हमारे लोक जीवन में रचे बसे हैं, उसे सहेजने और नई पीढी के लिये संरक्षित करने की आवश्यकता है.
कार्यशाला में लोक गायक महीपत चौधरी, अनीषा वर्मा, प्रिया, वीरेन्द्र, शिवानी, रिमझिम, प्रियंका, काजल, सुप्रिया, नेहा, संदीप कुमार आदि ने लोक संस्कृति के विविध पक्षों पर प्रकाश डालने के साथ ही शानदार प्रस्तुतियां दी. जन्म से लेकर मुण्डन, जने़ऊ, विवाह संस्कार के साथ ही निर्गुण गीतों को भी कलाकारोें ने प्रस्तुत किया.
संस्था के प्रबंधक मनोज कुमार श्रीवास्तव, श्रवण कुमार, माया देवी आदि ने कलाकारों का उत्साहवर्धन करते हुये अतिथियों का स्वागत किया. उद्घाटन अवसर पर मुख्य रूप से जय प्रकाश यादव, रवीन्द्र यादव, मनोज कुमार, हीरालाल, ग्राम प्रधान रामलौट यादव, विश्वनाथ, प्रदीप यादव, सुप्रिया श्रीवास्तव, पप्पू चौधरी, सन्तोष कुमार सोनी, अलाउद्दीन, सत्य प्रकाश, नरेन्द्र गुप्ता, शम्भू गुप्ता, राजकरन, राजनाथ, अनिल पाण्डेय, सीताराम, महीपति चौधरी, राम कुमार यादव, राम मूरत यादव आदि उपस्थित रहे.
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