बस्ती औद्योगिक क्षेत्र को बड़ी सौगात, ₹15.70 करोड़ से बनेगा नया नाला
वर्षों पुरानी है जलनिकासी की परेशानी
औद्योगिक क्षेत्र की स्थापना के समय बनाई गई नालियां समय के साथ क्षतिग्रस्त हो चुकी हैं. कई जगह नाले पूरी तरह टूट गए हैं, जबकि कुछ स्थानों पर उनका अस्तित्व ही समाप्त हो गया है. सबसे बड़ी समस्या यह रही कि नाले आपस में जुड़े नहीं थे, जिससे पानी की निकासी ठीक से नहीं हो पाती थी.
बारिश में और बिगड़ जाती है स्थिति
बरसात के दिनों में औद्योगिक क्षेत्र की हालत और भी खराब हो जाती है. सड़कों पर पानी भर जाने से वाहनों की आवाजाही प्रभावित होती है. कई बार फैक्ट्रियों के अंदर पानी घुस जाता है, जिससे मशीनों और कच्चे माल को नुकसान पहुंचता है. इससे उद्योग संचालकों को आर्थिक क्षति उठानी पड़ती है.
विभाग ने तैयार किया विस्तृत प्रस्ताव
जलनिकासी की समस्या को स्थायी रूप से हल करने के लिए कार्यदायी संस्था की ओर से नाला निर्माण का प्रस्ताव तैयार किया गया. इसके बाद सिंचाई विभाग निर्माण खंड की तरफ से तकनीकी आगणन बनाकर सरकार को भेजा गया है. प्रस्ताव के अनुसार चौड़े और गहरे कच्चे नाले का निर्माण किया जाएगा, जिससे बारिश और आसपास के क्षेत्रों का पानी आसानी से निकल सके.
यह भी पढ़ें: युवाओं के लिए बड़ी खबर: यूपी पुलिस में 32 हजार से ज्यादा सिपाही भर्ती, जानें आवेदन तारीखनाले की लंबाई और मार्ग तय
योजना के अंतर्गत करीब 5.1 किलोमीटर लंबा नाला बनाया जाना प्रस्तावित है. यह नाला प्लास्टिक कॉम्प्लेक्स क्षेत्र से शुरू होकर नरियांव तालाब तक जाएगा. नाला खुदाई के जरिए बनाया जाएगा, जिससे औद्योगिक परिसर के साथ-साथ आसपास के इलाकों का पानी भी उसी रास्ते से तालाब तक पहुंच सके.
इस पूरी परियोजना पर लगभग 14.71 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. सिंचाई विभाग की ओर से प्रस्ताव सरकार को भेज दिया गया है. जैसे ही स्वीकृति मिलती है और बजट जारी होता है, संबंधित विभाग कार्यादेश जारी करेगा. अधिकारियों का कहना है कि अगले साल से नाला निर्माण का काम शुरू होने की उम्मीद है. इसके पूरा होते ही औद्योगिक क्षेत्र में जलभराव की समस्या से बड़ी राहत मिलने की संभावना है.
ताजा खबरें
About The Author
शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।