Basti Block Pramukh Chunav: बस्ती में ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में बने इतिहास, रुधौली में बरकरार अठदमा तो सालों बाद गौर में टूटा वर्चस्व
Basti Block Pramukh News: - गौर, बनकटी, बहादुरपुर में नयी शुरूआत - रूधौली में अठदमा का दबदबा बरकरार, दुबौलिया में सपा - अनिल दूबे, यशकान्त सिंह, शैलेन्द, राकेश समेत12 निर्विरोध

बस्ती. इस बार का ब्लॉक प्रमुख (Basti Block Pramukh Chunav) चुनाव कई मामलों में अलग रहा. भाजपा ने इस बार अपने खांटी कार्यकर्ताओं पर विश्वास कर उन्हें टिकट दिया. अपने कार्यकर्ताओं की राह आसान बनाने के लिए हरसंभव जतन किये. जिससे 12 ब्लॉक प्रमुख उम्मीदवार निर्विरोध निर्वाचित हुए.
बस्ती सदर से राकेश श्रीवास्तव, रामनगर से यशकान्त सिंह, बहादुरपुर से डा शैलेन्द द्विवेदी, सल्टौआ गोपालपुर से दुष्यंत विक्रम सिंह, गौर से जटाशंकर शुक्ल, कुदरहा से अनिल दूबे, साऊंघाट से अभिषेक, परशुरामपुर से शिरीष पाण्डेय, विक्रमजोत से कृष्ण कुमार सिंह, कप्तानगंज से मिथिलेश निषाद, हर्रैया से विकास कुमार निषाद, बनकटी से मेवाती देवी निर्विरोध निर्वाचित हुए. दुबौलिया ब्लॉक में तालेबन यादव भाजपा में हुई फूट का लाभ पाने में कामयाब रहे. वहीं अठदमा स्टेट ने अपनी ताकत का एहसास कराया.
सभी ब्लॉकों में संबंधित विधायकों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई थी. जिसे पर वो खरे उतरे. संगठन की रणनीति, जनप्रतिनिधियों का सहयोग और उम्मीदवारों की मेहनत ने पहली बार 12 प्रमुखों के जीत का आंकड़ा छूआ. गौर, बनकटी में छत्रपों को पराजय का मुंह देखना पड़ा. जिससे उन्हें नयी सीख मिली. चुनाव में विश्वासघातियों ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. जिससे बने हुए समीकरण ध्वस्त हो गये. कुदरहा में देवा के राजनीतिक गुरू कहे जाने वाले अनिल दूबे को ब्लॉक प्रमुख की कुर्सी ऐसी भाई की सभी राजनीतिक गतिरोधों को तोड़ वो निर्विरोध हो गये. सपा जिलाध्यक्ष महेन्द्र नाथ यादव की परंपरागत सीट कही जाने वाली बहादुरपुर सीट पर भाजपाई शैलेन्द्र द्विवेदी, सोनू सिंह, डब्लू सिंह की घेरेबंदी काम आयी.
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गौर ब्लॉक में जटाशंकर शुक्ल ने 35 वर्षों से काबिज रहे महेश सिंह एंड परिवार को बेदखल किया तो परशुरामपुर में एक बार फिर से त्रयंबक पाठक को विश्वासघात का शिकार होना पड़ा. इन चुनावों में सबसे शान्त रहे सदर से राकेश श्रीवास्तव और सल्टौआ गोपालपुर से दुष्यंत विक्रम की रणनीति को सराहा गया. जहां दोनों के सामने किसी और ने पर्चा ही नहीं दाखिल किया और निर्विरोध निर्वाचन का रास्ता साफ हो गया. दुबौलिया में भाजपा की हार के प्रमुख कारणों में वहां के स्थानीय कार्यकर्ताओं में दोफाड़ होना बताया जा रहा है. भगवानबख्श सिंह और विनय कुमार सिंह सोनू में टिकट को लेकर चली अदावत ने सपा प्रत्याशी तालेबन यादव की जीत आसान कर दी. रूधौली ब्लॉक में अठदमा स्टेट के पुष्करादित्य सिंह ने अपने परिवार को ये सीट जीत कर गिफ्ट दिया है.