कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को सुरक्षित करेगा स्वर्णप्रशान

अयोध्या. कोरोना काल में आयुर्वेद ने लोगों को घरेलू नुस्खे के माध्यम से जान बचाई और मजबूती प्रदान की. भगवान श्री राम की धरती पर वैसे तो ऋषि मुनि हमेशा किसी न किसी वेश में रहते ही है , लेकिन इस कोरोनावायरस आ पी पांडे वैद्य ने लोगों की सेवा करके यह बता दिया कि अभी भी भारत में वसुधैव कुटुंबकम की भावना बची हुई है. उन्होंने आयुर्वेदिक दवाओं से हजारों लोगों की जान भी बचाई और जो लोग दवा नहीं ले सकते थे उनको निशुल्क भी दिया. वैद्य ने बताया कि सरकार मीडिया और बड़े-बड़े डॉक्टर यह बता रहे हैं कि. कोरोना की तीसरी लहर बच्चों पर भारी है , तो मैं बताना चाहता हूं कि हमारे ऋषि-मुनियों ने पहले बच्चों की नींव मजबूत करने और सर्वांगीण स्वास्थ्य के लिए स्वर्णप्राशन किया द्वारा बच्चों को मजबूत करते थे कि युवा अवस्था तक कोई भी वायरस उनका कुछ नहीं कर सकता है. वैद्य ने बताया कि मैं अपने क्लीनिक अनंत शिखर साकेत पुरी कॉलोनी में स्वर्ण प्राशन की क्रिया बच्चों को कराने जा रहा हूं जिससे कि लाखों बच्चों की जान कोरोना के तीसरी लहर से बचाई सके.