Ram Mandir Land Deal: क्या राम मंदिर की जमीन खरीदने में हुआ घोटाला? यहां जानें अब तक किसने क्या कहा?

अयोध्या. उत्तर प्रदेश में विपक्षी दलों ने ट्रस्ट द्वारा भूमि खरीद में भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए कहा कि अयोध्या में श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा राम मंदिर के नाम पर भक्तों को ठगा जा रहा है. आम आदमी पार्टी (आप) के राज्यसभा सांसद संजय सिंह और समाजवादी पार्टी (सपा) के नेता पवन पांडेय ने राम मंदिर ट्रस्ट पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाते हुए रविवार को अलग-अलग प्रेस कॉन्फ्रेंस की. संजय सिंह ने आरोप लगाया कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट द्वारा 2 करोड़ रुपये की जमीन 18.5 करोड़ रुपये में खरीदी गई. उन्होंने कहा कि रजिस्ट्री के दौरान जमीन की कीमत 2 करोड़ रुपये आंकी गई थी, हालांकि पांच मिनट बाद ही विक्रेता को 16.5 करोड़ रुपये का अतिरिक्त भुगतान कर दिया गया.
इस बीच, सपा नेता और उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री पवन पांडे ने भी श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट पर इसी तरह के आरोप लगाए. एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान, पांडे ने पूछा कि केवल 10 मिनट के अंतराल में किसी भूमि का मूल्य 10 गुना कैसे बढ़ सकता है. सपा नेता ने दावा किया कि '18 मार्च 2021 को राम मंदिर के नाम पर खरीदी गई जमीन की रजिस्ट्री में उसकी कीमत 2 करोड़ रुपये बताई गई लेकिन 10 मिनट बाद राम मंदिर ट्रस्ट और विक्रेता के बीच 18 करोड़ रुपये का समझौता हुआ.' उन्होंने कहा कि ट्रस्ट द्वारा राम मंदिर के नाम पर राम भक्तों को ठगा जा रहा है. उन्होंने कहा कि एक ट्रस्टी और अयोध्या के मेयर को संदिग्ध भूमि सौदे के बारे में पता था.
.
उधर रामजन्मभूमि ट्रस्ट के सचिव चंपत राय ने कहा कि वह इन आरोपों की परवाह नहीं करते. उन्होंने कहा, 'हम पर आरोप लगते ही रहते हैं. 100 साल से आरोप ही देख रहे हैं हम लोग. हम पर महात्मा गांधी की हत्या के आरोप लगे. आरोप की हम चिंता नहीं करते, आप भी चिंता मत करिए. आप खूब लगाइए. आप अपना काम करिए, हम अपना काम करेंगे.'