
Basti News: पुरानी पेंशन बहाली रथ यात्रा 1 जून को बस्ती में, भव्य स्वागत की तैयारी
एकजुटता से हासिल होगी पुरानी पेंशन- राम अधार पाल
Old Pension News: पुरानी पेंशन योजना बहाली संयुक्त मंच के आवाहन पर रविवार को मंच से जुड़े राज्य कर्मचारी और शिक्षक संगठनों की साझा बैठक राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद अध्यक्ष मस्तराम वर्मा की अध्यक्षता में कलेक्टेªट परिसर स्थित परिसर कार्यालय पर सम्पन्न हुई. बैठक में आगामी 1 जून को बस्ती पहुंच रही पुरानी पेंशन बहाली रथ यात्रा के स्वागत की रूप रेखा पर विचार किया गया.
परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष राम अधार पाल और मंत्री तौलू प्रसाद ने बैठक में बताया कि पुरानी पेंशन बहाली रथ यात्रा संत कबीर नगर जनपद से चलकर बस्ती पहुंचेगी. कांटे चौराहे से जिगिना चौराहा, रोडवेज तिराहा होते हुये यात्रा प्रेस क्लब पहुंचेगी. स्थान-स्थान पर स्वागत के बाद नलकूप कालोनी में सभा के बाद प्रेस क्लब में प्रेस वार्ता होगी. यात्रा का उद्देश्य पुरानी पेंशन को बहाल कराना है. बताया कि रथ यात्रा में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के प्रदेश महामंत्री शिवबरन सिंह यादव, डिप्लोमा इंजीनियर महासंघ के अध्यक्ष ई. एन.डी. द्विवेदी, राजस्व निरीक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष अशोक सिंह के साथ ही विभिन्न संगठनों के प्रान्तीय नेता बस्ती पहुंचेगे.
पुरानी पेंशन बहाली रथ यात्रा के स्वागत तैयारी बैठक में प्राथमिक शिक्षक संघ के उदयशंकर शुक्ल, चन्द्रिका सिंह, कोषागार कर्मचारी संघ के अखिलेश पाठक, ग्राम पंचायत अधिकारी संघ अध्यक्ष अरूणेश पाल, डिप्लोमा इंजीनियर संघ के मण्डल अध्यक्ष ई. राजेश श्रीवास्तव, लोक निर्माण विभाग मिनीस्ट्रीरियल अध्यक्ष वृजेश श्रीवास्तव, कृषि विभाग मिनीस्ट्रीरियल अध्यक्ष सचिन पाण्डेय, पंचायती राज ग्रामीण सफाई कर्मचारी संघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष शिवमंगल पाण्डेय आदि ने महत्वपूर्ण सुझाव दिये. कहा कि पुरानी पेंशन नीति को हासिल करने के लिये पूरी ताकत लगायी जायेगी. यह रथ यात्रा सरकार को निर्णय के लिये बाध्य कर देगी.
बैठक में मुख्य रूप से प्रमोद शुक्ल, सन्तोष राव, शीतल गुप्ता, सुभाष मिश्र, रामचन्दर, दुर्गेश यादव, आशुतोष पटेल, लालजी पाठक अमन प्रताप सिंह, राम चरन, राघवेन्द्र सिंह, सन्तोष शुक्ल, राजेश कुमार, डॉ. प्रमोद सिंह, मुकेश सोनकर, यशवन्त कुमार, मनीष यादव, रूद्रनरायन रूदल, अरूण कुमार, विमल आनन्द, विजय प्रकाश चौधरी, रमाशंकर चौधरी के साथ ही विभिन्न कर्मचारी और शिक्षक संगठनों के पदाधिकारी शामिल रहे.
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