UPSRTC के ड्राइवर्स की बल्ले-बल्ले, योगी सरकार ने लिया बड़ा फैसला, अब कर पाएंगे ये काम

UPSRTC

UPSRTC के ड्राइवर्स की बल्ले-बल्ले, योगी सरकार ने लिया बड़ा फैसला, अब कर पाएंगे ये काम
UPSRTC

उत्तर प्रदेश परिवहन निगम के 20 हजार से अधिक नियमित और संविदा चालकों के लिए बड़ी खबर है. अगर अब वह फिट हैं तो 62 साल की उम्र तक अपनी सेवाएं दे सकते हैं. योगी सरकार ने यह फैसला बस ड्राइवर्स की कमी के चलते लिया है.

इससे पहले बीते दिनों योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश रोडवेज में बस ड्राइवर के रिक्त पदों के लिए 8वीं पास के लिए बंपर भर्ती निकाली गई थी. UPSRTC की तरफ से संविदा पर यूपी रोडवेज के 6000 खाली पदों पर भर्ती के लिए विज्ञापन जारी किया गया है. UPSRTC में संविदा के आधार पर ड्राइवर के पदों पर भर्ती की जाएगी. अगर आप  नौकरी करना चाहते हैं तो UP रोडवेज कार्यालय पर जाकर आवेदन फॉर्म भर सकते हैं.

भर्ती में आवेदन करने के लिए उम्मीदवार किसी भी विद्यालय से 8वीं पास होना चाहिए. उम्मीदवार के पास भारी वाहन जैसे बस या ट्रक अन्य वाहन चलाने का ड्राइविंग लाइसेंस और अनुभव होना चाहिए.

यह भी पढ़ें: यूपी में हाईवे के 60 मीटर दायरे में अवैध निर्माण पर यूपीसीडा का कड़ा कदम, 90 लोगों को नोटिस

उम्मीदवार की कम से कम 23 वर्ष आयु होनी चाहिए. आरक्षित वर्ग को आयु में छूट दी गई है. अधिकतम आयु की नहीं है.  उम्मीदवार की लंबाई 5 फीट 3 इंच होनी चाहिए.

यह भी पढ़ें: यूपी सरकार का नया आदेश: अब हमलावर कुत्तों को होगी आजीवन जेल!

उत्तर प्रदेश रोडवेज ड्राइवर भर्ती चयन प्रक्रिया, संविदा के आधार पर निर्धारित की गई है. किसी प्रकार की लिखित परीक्षा नहीं देनी होगी बल्कि अभ्यर्थियों का चयन उनकी योग्यता के अनुसार किया जाएगा, ड्राइविंग टेस्ट भी हो सकता है.

यह भी पढ़ें: पूर्वांचल में अगले हफ्ते भारी बारिश की संभावना – जानें पूरी डिटेल

On

About The Author

Vagarth Sankrityaayan Picture

वागार्थ सांकृत्यायन
संपादक, भारतीय बस्ती

वागार्थ सांकृत्यायन एक प्रतिबद्ध और जमीनी सरोकारों से जुड़े पत्रकार हैं, जो पिछले कई वर्षों से पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया के क्षेत्र में सक्रिय हैं। भारतीय बस्ती के संपादक के रूप में वे खबरों को सिर्फ़ घटनाओं की सूचना तक सीमित नहीं रखते, बल्कि उनके सामाजिक और मानवीय पक्ष को भी उजागर करते हैं।

उन्होंने भारतीय बस्ती को एक मिशन के रूप में विकसित किया है—जिसका उद्देश्य है गांव, कस्बे और छोटे शहरों की अनसुनी आवाज़ों को मुख्यधारा की मीडिया तक पहुंचाना। उत्तर प्रदेश की राजनीति, समाज और संस्कृति पर उनकी विशेष पकड़ है, जो खबरों को गहराई और विश्वसनीयता प्रदान करती है