यूपी के रजि और साजिद अहमद ने बनाया खास मोबाइल फोन, बिना सिम कार्ड करेगा काम, 37 बार हुए फेल, अब हासिल किया मुकाम
Ballia News:

UP News: उत्तर प्रदेश में प्रतिभाओं की कमी नहीं है. बस उन्हें उचित स्थान मिलने की जरूरत है. कुछ ऐसा ही किया है बलिया के दो लड़कों ने .बलिया स्थित बैरिया के चांदपुर गांव निवासी रजि अहमद और साजिद अहमद ने एक ऐसा मॉडल किया है जो बिना सिम कार्ड के काम करेगा. इस फोन मॉडल के दो हिस्से हैं. एक हिस्से में सिम कार्ड होगा लेकिन दूसरा बिना सिम कार्ड के रिमोट की तरह काम करेगा. यह मॉडल पचास मीटर के भीतर काम करेगा. अगर फोन चोरी हो जाए और कोई उसे ऑफ करे तो दूसरे हिस्से फोन के पहले हिस्से को ऑन किया जाएगा. इस फोन को रासा वायरलेस डिवाइस नाम से जाना जाएगा.
इस डिवाइस को बनाने में दो साल सात महीने लगे हैं. इससे साइबर सुरक्षा में भी मदद मिलेगी. हिन्दी अखबार दैनिक जागरण के अनुसार रजि अहमद फिलहाल तमिलनाडु यूनिवर्सिटी में एरो स्पेस की पढ़ाई कर रहे हैं. दूसरी ओर साजिद ने गंव से ही प्राथमिक शिक्षा ली और अभी एक स्कूल में पढ़ाते हैं. अभी दोनों गांव में ही रहते हैं.
फोन का मॉडल बनाने के लिए कुछ सामान दिल्ली से मंगाए गए तो वहीं कुछ कबाड़ का भी इस्तेमाल किया गया. जानकारी के मुताबिक इस फोन को बनाने में 2200 रुपये का खर्च आया. मीडिया रिपोर्ट के अनुसार रजि ने बताया कि इस फोन को बनाने में 37 बार कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए. फिर भी उन्होंने हार नहीं मानी. रजि और साजिद अहमद को इस फोन के मॉडल का पेटेंट भी मिल गया है. अगर कोई भी ऐसा मॉडल बनाना चाहेगा तो उसे इन दोनों की अनुमति लेनी होगी.

Patent Journal में दी गई जानकारी के अनुसार RASA वायरलेस डिवाइस एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जिससे संचार के दौरान सिम कार्ड की अनुपस्थिति में भी लगभग 60 सेकंड तक बात की जा सकती है. यह संचार, मनोरंजन और साइबर सुरक्षा जैसे कई तरह के कार्य करने में सक्षम है. RASA वायरलेस डिवाइस के मुख्य कंपोनेंट्स CPU, मेमोरी, स्टोरेज, डिस्प्ले, बैटरी, कैमरा, ऑपरेटिंग सिस्टम, सिम कार्ड, चार्जिंग पोर्ट, स्पीकर और माइक्रोफ़ोन हैं. इसे साइबर सुरक्षा, मनोरंजन और संचार के लिए इस्तेमाल में लाया जा सकता है. RASA वायरलेस डिवाइस से सुरक्षा और सुविधा, संचार में आसानी, सूचना तक पहुँच और पोर्टेबिलिटी है.