यूपी के इन 90 लाख घरों में बिजली बिल देने आएंगे नहीं मीटर रीडर? जानें- अब कैसे पता चलेगा बिल!
UP Vidyut Vibhag News:

UP Vidyut Vibhag News: उत्तर प्रदेश में अब कुछ महीनों बाद मीटर रीडिंग की जरूरत ही नहीं पड़ेगी. बिजली का बिल अपने आप मोबाइल में ही आ जाएगा. विद्युत विभाग ने स्मार्ट मीटर लगाने के काम में तेजी लाई है. बताया गया है कि विभाग यूपी के 90 लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगाया जाएगा. इस काम के पहले फेज में ट्रांसफार्मर के बाहर लगने वाले मीटर और बिजली घरों के फीडर के मीटर को स्मार्ट मीटर से बदला जा रहा है.
जानकारी के अनुसार महीने के आखिरी हफ्ते में यह प्री पेड मीटर की जगह स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे. बात राजधानी लखनऊ की करें तो यहां 20 हजार से अधिक प्री पेड मीटर कंज्यूमर हैं. जिन लोगों के घरों की छत पर सोलर लगा है और वहां स्मार्ट मीटर नहीं लगे हैं, वहां भी यह काम होगा. ऐसे में यह माना जा रहा है कि मीटर रीडर का काम खत्म हो सकता है. विद्युत विभाग की मानें तो मौजूदा मीटर के मुकाबले स्मार्ट मीटर अच्छा परिणाम देंगे. अब लोगों के बिजली बिल मोबाइल पर ही आएंगे.
मध्यांचल में 90 लाख उपभोक्ताओं के यहां लगेगा मीटर
लखनऊ में 12 लाख उपभोक्ता है जिसमें 2 लाख के यहां स्मार्ट मीटर लगा हुआ है. ऐसे में यहां 10 लाख मीटर लगाए जाएंगे. वहीं बरेली में दो लाख घरों में स्मार्ट मीटर लगे हैं. मध्यांचल के 19 जिलों में 94 लाख उपभोक्ता है. इसमें से चार लाख स्मार्ट मीटर पहले ही लग चुके हैं. 90 और लगाने हैं. विद्युत विभाग ने इंटेल को मीटर लगाने का काम दिया है. इंटेल ने मीटर लगाने वाली 8 कंपनियों को ठेका दिया है. इस मीटर को प्री पेड से पोस्टपेड और पोस्टपेड से प्रीपेड में कनवर्ट किया जा सकता है.
स्मार्ट मीटर जिनके यहां लगा है वहां बिजली बिल जमा न करने पर बिजली काट दी जाती है. बाद में उपभोक्ताओं की शिकायत है कि कनेक्शन बिल जमा करने पर भी नहीं जुड़ती. विद्युत विभाग का दावा है कि अभी जिन उपभोक्ताओं की यह शिकायत है कि स्मार्ट मीटर लगवाने के बाद बिजली रिकनेक्शन में दिक्कत आती है तो वह भी इसी के साथ दूर की जा रही है.