यूपी के इस जिले में सफर होगा सुहाना, खर्च होंगे करोड़ों रुपए

यूपी के इस जिले में सफर होगा सुहाना, खर्च होंगे करोड़ों रुपए
Uttar Pradesh News

यूपी में तमाम हिस्सों में आसानी से एक्सप्रेसवे को कनेक्ट करने की योजना बनाई गई है इसमें स्पष्ट रूप से साफ हो चुका है कि शहर से बाहर यात्रियों के लिए ऐसी सुविधा जहां से एक्सप्रेसवे की मोड़ आसान होगा. जिसमें पारंपरिक राजमार्ग यात्रियों के लिए सहज क्रॉसिंग पॉइंट योजना की तैयारी है इस दौरान गांव के आसपास से होकर निकलने वाले हिस्से से एक्सप्रेसवे से कनेक्ट किया जाएगा. 

आसान सफर, मार्ग और डिजिटल कनेक्टिविटी

उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले में लगभग 3 साल से निर्माणधीन लखनऊ और कानपुर एक्सप्रेस वे जनपदवासियों को लगभग तीन स्थानों से ही चढ़ने का अवसर दिया जाएगा अब 63 किलोमीटर इस एक्सप्रेसवे का अधिकांश भाग जिले में ही है जनपद में इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 47 किलोमीटर नापी गई है जिसमें जनपद के अधिकांश ग्रामीण क्षेत्र को आच्छादित करने के कारण उसे ग्रीन कॉरिडोर भी कहा गया है. अब इस एक्सप्रेसवे को एनई 6 का नाम भी देने की तैयारी की जा रही है.

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इस एक्सप्रेसवे पर साइकिल का टेंपो आदि हल्के वाहन सफर के लिए भी प्रतिबंधित किया जा चुका है जिले में महज तीन स्थान पर ही एक्सप्रेसवे पर चढ़ने का अवसर अब मिलने की उम्मीद जताई गई है कार्यकारी अधिकारी उदित जैन ने कहा है कि जिसमें एक्सप्रेसवे की सर्विस लेन कोरारी मोड, आजाद मार्ग चौराहा और तीसरा बनी के पास चढ़ने का रास्ता बनाया जा रहा है. लखनऊ से कानपुर शहर का सफर अब जल्दी कम समय में यात्रा पूरी की जा सकेगी. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण की विभाग की टीम ने राजधानी लखनऊ और कानपुर शहर एक्सप्रेसवे के काम को पूरा करने में दिन-रात और पूरा जोर लगा दिया है.

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शहर से बाहर तक यात्रियों के लिए सुविधा ही सुविधा

इसी बीच 15 जून तक एलिवेटेड और ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का 90% काम पूरा कर लिया गया है. अभी भी प्राधिकरण के पास 45 दिन का समय शेष बचा हुआ है जिसमें प्राधिकरण के अधिकारियों का बताना है कि 31 जुलाई का निर्माण के साथ-साथ फिनिशिंग का भी काम पूरा करवा लिया जाएगा अब इतना ही नहीं काम पूरा होने के साथ-साथ प्रमाण पत्र देते ही टोल वसूलने का काम पब्लिक से किया जाएगा जिसमें अधिकारी प्रयास से लगातार कर रहे हैं कि 31 अगस्त से पहले ही राजधानी लखनऊ और कानपुर एक्सप्रेस का प्रारंभ हो जाए.

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इस दौरान 2800 करोड रुपए की धनराशि से राजधानी लखनऊ और कानपुर एक्सप्रेसवे जहां देश में एआईएमजीसी डिजिटल और तकनीक से बनाने वाली पहली सड़क साबित होगी. इसी बीच टेंडर की प्रावधान 3 महीने का ग्रेस पीरियड का उल्लेख किया गया है 31अक्टूबर को पूरा होने की सूचना मिली है. सब मिलकर अगर किसी कारणवश्यक निर्माण कार्य लेट भी हो रहा है. तब 31 अक्टूबर तक कार्यवाही संस्था के पास भी समय रहेगा वहीं ग्रीन फील्ड का काम बंथरा से प्रारंभ होगा तथा ट्रांस गंगा सिटी तक पहुंच जाएगा. अब निर्माण कार्य तीव्र गति से करवाया जा रहा है जिसमें इस रास्ते पर 88% से अधिक काम कर लिया गया है अधिकारियों की इच्छा है कि एक्सप्रेसवे में कहीं कोई कमी ना रह पाए.

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