देवरिया से वाराणसी का सफर हुआ आसान, अब कम समय में पहुंचेगी ट्रेन
जांच में परखी गई हर तकनीकी व्यवस्था
वाराणसी मंडल के अंतर्गत आने वाले मऊ-दुल्लहपुर रेलखंड पर दोहरीकरण और विद्युतीकरण का कार्य पूरा होने के बाद रेल संरक्षा आयुक्त ने इस लाइन का गहन निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान रेलवे ट्रैक की मजबूती, सिग्नल प्रणाली, ओवरहेड इलेक्ट्रिक लाइन, पुल और लेवल क्रॉसिंग जैसी व्यवस्थाओं को बारीकी से देखा गया. सभी मानकों की जांच के बाद इस रेलखंड को अगली प्रक्रिया के लिए तैयार पाया गया.
तेज रफ्तार में हुआ स्पीड ट्रायल
बृहस्पतिवार को इस रेलखंड पर स्पीड ट्रायल किया गया, जिसमें सीआरएस स्पेशल ट्रेन को 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ाया गया. तेज गति में ट्रेन चलाकर यह परखा गया कि ट्रैक और तकनीकी सिस्टम सुरक्षित हैं या नहीं. परीक्षण पूरी तरह सफल रहा, जिससे रेलवे अधिकारियों ने राहत की सांस ली.
अब शुरू होगा नियमित रेल संचालन
स्पीड ट्रायल के सफल होने के बाद मऊ-दुल्लहपुर रेलखंड को यात्री और मालगाड़ियों के नियमित संचालन के लिए सुरक्षित घोषित कर दिया गया है. अब इस लाइन पर ट्रेनों का संचालन बिना किसी रुकावट के किया जा सकेगा. इससे वाराणसी की ओर जाने वाले यात्रियों का सफर न सिर्फ सुगम होगा, बल्कि यात्रा का समय भी कम लगेगा.
गोरखपुर-वाराणसी रूट पर चल रहा बड़ा काम
उत्तर प्रदेश में स्थित गोरखपुर से वाराणसी के बीच करीब 230 किलोमीटर लंबे रेल मार्ग पर अभी भी कई हिस्सों में सिंगल ट्रैक की समस्या बनी हुई है. भटनी जंक्शन से औडिहार जंक्शन तक लगभग 117 किलोमीटर का हिस्सा अब भी दोहरीकरण की प्रक्रिया में है. इस पूरे प्रोजेक्ट को मार्च 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है.
कुछ हिस्सों में काम बाकी
वर्तमान में बेल्थरा रोड और पिवकोल के बीच डबल लाइन का कार्य अभी शेष है. इसी रेलखंड में सरयू नदी पर तुर्तिपार पुल का निर्माण भी जारी है. रेलवे अधिकारियों के अनुसार ये दोनों महत्वपूर्ण कार्य मार्च तक पूरे कर लिए जाएंगे, जिससे इस पूरे रूट पर ट्रैफिक का दबाव काफी कम हो जाएगा.
इस पूरे निरीक्षण और स्पीड ट्रायल के दौरान रेल संरक्षा आयुक्त उत्तर पूर्व सर्किल प्रणजीव सक्सेना, पूर्वोत्तर रेलवे के प्रमुख मुख्य इंजीनियर नीलमणि, वाराणसी मंडल के मंडल रेल प्रबंधक आशीष जैन, रेल विकास निगम लिमिटेड के कार्यकारी निदेशक विकास चंद्रा, मुख्य परियोजना प्रबंधक आशुतोष शुक्ला सहित कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित रहे.
भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखकर अपग्रेड
नया ट्रैक इस तरह से तैयार किया जा रहा है कि भविष्य में 150 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से भी ट्रेनों का संचालन किया जा सके. मऊ-दुल्लहपुर और मऊ-खुरहट रेलखंड के दोहरीकरण से लाइन की क्षमता में बड़ा इजाफा होगा. मऊ-खुरहट खंड के चालू होने के बाद नई लाइन को अप मेन लाइन घोषित किया गया है.
यात्रियों और माल ढुलाई दोनों को फायदा
दोहरीकरण और विद्युतीकरण के बाद ट्रेनों की संख्या बढ़ाई जा सकेगी. इससे यात्रियों को अधिक विकल्प मिलेंगे और भीड़ की समस्या कम होगी. वहीं मालगाड़ियों की आवाजाही तेज होने से कारोबार और उद्योग को भी फायदा मिलेगा. सुरक्षा के लिहाज से भी यह रेलखंड अब पहले से ज्यादा मजबूत हो गया है.
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।