लखनऊ के इस रिंग रोड से जुड़ेंगे यूपी के के यह 7 जिलो के हाईवे
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लखनऊ, उत्तर प्रदेश की राजधानी और आसपास के जिलों के लिए यह एक बड़ी खुशखबरी है। सरकार आईआईएम से आउटर रिंग रोड स्थित रैथा अंडरपास क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बनाने के लिए बजट और पूरी कार्ययोजना बना चुकी है। उत्तर प्रदेश में यातायात को सुधारने के लिए कई योजनाओं का कार्यान्वयन चल रहा है। आउटर रिंग रोड के किनारे नई आवासीय कॉलोनी और कमर्शियल हब भी बनाए जा रहे हैं। आउटर रिंग रोड पर चढ़ते या उतरते वक्त वाहनों को दाहिनी ओर मुड़ना पड़ता है, जिसके कारण राष्ट्रीय राजमार्ग पर जाम लगता है और दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ जाता है।
Up के इस जिले में बनेगा आउटर रिंग रोड
इन शहरों के लोगों की होगी मौज
भविष्य की आवश्यकताओं को देखते हुए पूरा क्षेत्र विकसित किया जा रहा है, जिसमें कनेक्टिविटी भी शामिल है। अटारी गांव लगभग 20 किलोमीटर एनएच-20 और एसएच-20 से दूर है। ये दोनों सड़कें लखनऊ को सीतापुर और हरदोई से जोड़ती हैं और चार लेन की हैं। ग्रीन कॉरिडोर के दूसरे चरण का काम 60% पूरा हो चुका है, जो लखनऊ को हरदोई रोड से बाहर रिंग रोड तक जोड़ता है। इस योजना के अनुसार, बीकेटी और अयोध्या रोड पर वाहनों को दाहिनी ओर मुड़कर आउटर रिंग रोड पर चढ़ने में जो दिक्कत होती है, वह अब दूर हो जाएगी। इंटरसेक्शन बनने के बाद इन मार्गों से गुजरने वाले लाखों लोगों को यात्रा में सहूलियत मिलेगी। सांसद प्रतिनिधि दिवाकर त्रिपाठी के अनुसार, यह प्रस्ताव अब स्वीकृत हो चुका है और इसे लागू करने के लिए खाका तैयार किया जाएगा, जिसे दिल्ली मुख्यालय भेजा जाएगा। इसके बाद बजट जारी किया जाएगा। यह परियोजना 105 किमी. लंबे आउटर रिंग रोड को और अधिक फायदेमंद बनाने के लिए अपनाई जा रही है। अब द्वारा आउटर रिंग रोड को सीधे इंटरसेक्शन के जरिए जिलों के राष्ट्रीय राजमार्ग से जोड़ने की योजना बनाई गई है। इससे हल्के और भारी वाहनों को सीधे आउटर रिंग रोड पर प्रवेश करने और निकलने में आसानी होगी। इंटरसेक्शन के जरिए वाहन सीधे अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे, जिससे जाम की समस्या समाप्त हो जाएगी और दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी।