यूपी के इन जिलो में होगी भारी बारिश, देखें आपके जिले में कैसा होगा मौसम

यूपी के इन जिलो में होगी भारी बारिश, देखें आपके जिले में कैसा होगा मौसम
Uttar Pradesh News

यूपी में मौसम विभाग के आंकड़ों के अनुसार बारिश की तुलना में अधिक वर्षा हो चुकी है आंकड़ा अब जून से अब तक का मानसून मौसम का प्रारंभ अवधि को दर्शाता है जिसमें मौसम विज्ञान के जानकारों का कहना है अतिरिक्त बारिश काफी मायने रखती है इससे भूमिगत जल स्तर में भी सुधार हो चुका है तथा कृषि के लिए बेहतर स्थिति बन चुकी है. 

अधिक बारिश होने की संभावना बढ़ी

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ से दिन बुधवार को दक्षिण और पश्चिम मानसून के आधिकारिक रूप से राज्य भर के दक्षिणी इलाकों में प्रवेश होने के बाद लगभग लगभग 6% अधिक झमाझम में बारिश हो चुकी है इसमें अब इस तथ्य से बिल्कुल विपरीत है कि राज्य भर में मानसून के आगमन से दो दिन पहले 16 जून को बारिश की कमी 46% जांच की गई थी जिसमें राजधानी लखनऊ मौसम कार्यालय द्वारा साझा किया गया था आंकड़ों से झमाझम बारिश पता चलता है.

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बीते दिन 18 जून को यह कमी 27% ही थी और 19 जून को 20% जबकि राजधानी लखनऊ और अन्य जिलों में व्यापक वर्षा हो चुकी है. इसी बीच राजधानी लखनऊ मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक मोहम्मद दानिश ने कहा है कि दक्षिण और पश्चिम मानसून पूर्वी प्रदेश के कुछ हिस्सों में और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में आगे बढ़ चुका है. कहा गया है आगे कि 18 जून को प्रदेश में प्रवेश करने के बाद बमुश्किल दो दिन बाद शुक्रवार के दिन सुबह तेज बारिश के साथ-साथ राजधानी लखनऊ में प्रवेश कर चुका है.

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मौसम वैज्ञानिकों ने किया आगाज

राजधानी लखनऊ मौसम विभाग के वरिष्ठ वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया है कि अब पूरे पूर्वी और दक्षिण उत्तर प्रदेश को धीरे-धीरे कवर कर रहा है. पश्चिमी उत्तर प्रदेश और एनसीआर के कुछ हिस्सों में ही बचे हैं मानसून एक ग्रहीय पैमाने की प्रणाली है. अब यह जिला दर जिले के बजाय सक्रिय मानसून उछाल के दौरान एक विशाल क्षेत्र में आगे बढ़ता जा रहा है. पिछले करीब 24 घंटे के दौरान हमीरपुर, खीरी, उन्नाव, श्रावस्ती, बाराबंकी, सीतापुर, राजधानी लखनऊ में करीब करीब कुछ स्थानों पर भारी वर्षा का रिकॉर्ड सामने आया है

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जिसके कारण अधिकतम तापमान में उल्लेखनीय गिरावट दर्ज की जा चुकी है. यूपी के झांसी में सबसे कम अधिकतम तापमान 28.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज हो चुका है . सन् 1969 के बाद झांसी के इतिहास के पन्नों पर पहली बार जून महीने में दसवां सबसे कम अधिकतम तापमान दर्ज किया गया है. इसी बीच इटावा में 31.01 मिमी, कानपुर जिले में 10.5 मिमी, झांसी में 7.7 मिमी बारिश हो चुकी है पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कई स्थानों पर तथा पूर्वी उत्तर प्रदेश में अधिकांश स्थानों पर बारिश के साथ-साथ गरज, चमक, बौछार पड़ने की संभावना जताई गई है.

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