उत्तर प्रदेश के इस जिले में इस रूट पर आवागमन में हुई बड़ी परेशानी, बंद किए 2 पुल

उत्तर प्रदेश के इस जिले में इस रूट पर आवागमन में हुई बड़ी परेशानी, बंद किए 2 पुल
Uttar Pradesh News

यूपी में ब्रिटिश शासन काल में निर्माण हुआ 100 साल से अधिक पुराना होने के बाद दरारें आ जाने के कारण मार्ग अब पूरी तरह से बंद हो चुका है जिसमें आने-जाने वाले खास यात्रियों को पूरे रास्ते भर में गंभीर बाधा उत्पन्न हो रही है. अब कुछ महीनो में मरम्मत और निर्माण कार्य तीव्र गति से प्रारंभ किया जाएगा. 

क्यों हो रहा है मरम्मत का इंतजार

उत्तर प्रदेश के पीलीभीत जिले में पीलीभीत से उत्तराखंड पहुंचना यात्रियों के लिए अब मुसीबत का पहाड़ बन गया है मिली जानकारी के अनुसार बताया गया है कि पूरनपुर तहसील में ब्रिटिश काल में निर्माण हुआ हरदोई ब्रांच नहर पर बने तीन प्रमुख पुल डगा, कलीननगर और चितरपुर की हालत इतनी जर्जर और नाजुक में बदल चुकी है की दोनों पुलों को बंद करवा दिया गया है. जिसमे डगा और कालीन नगर पुल इसमें शामिल है. लेकिन चितरपुर पुल पर हाइट गेज लगाकर ओवरलोड वाहन की आवाजाही पर रोक लगा दिया गया है.

यह भी पढ़ें: 50 KM का नया एक्सप्रेसवे खोल देगा यूपी की कनेक्टिविटी का सबसे बड़ा रास्ता, इस साल से शुरू होगा काम

जिसमें पीलीभीत टाइगर रिजर्व तथा उत्तराखंड के खटीमा क्षेत्र तक पहुंचना अब काफी मुश्किल बन चुका है. इसी दौरान हरदोई ब्रांच नहर शारदा मुख्य नहर से कनेक्ट है इस पर लगभग लगभग 250 मीटर लंबा तीन पुल निर्माण बने पड़े हैं हरदोई की पूरनपुर तहसील स्थित तीनों पुलों डगा, कलीननगर और चितरपुर का निर्माण कर आजादी से पूर्व 1925 में किया गया था जिसमें तब से लेकर आज तक यही पुल उत्तराखंड जाने के लिए यात्रियों के लिए काफी आसान होता है. राजधानी लखनऊ से आने वाले वाहन इन्हीं पुलों के माध्यम से उत्तराखंड के खटीमा में जाते हैं. लगभग लगभग 30 से 40 हजार वाहन रोजाना इन रास्ते से गुजरते हैं. 

यह भी पढ़ें: यूपी के इस जिले को विकास परियोजनाओं की सौगात, प्रदेश बनेगा माफिया मुक्त

पुल की मरम्मत और टाइमलाइन

स्थानीय लोगों ने बताया है कि जिस प्रकार से पूरनपुर में हाईवे स्थित पुल की मरम्मत के बाद आवागमन बहाल करवाया गया है अब इस तरह इन पुलों को भी चालू करवाया जा सकता है. लेकिन अभी यह पूरी तरीके से स्पष्ट नहीं है कि इन पुल की मरम्मत का निर्माण कार्य कब करवाया जाएगा डगा पुल के धसने के चार महीने बाद इसका निर्माण कार्य प्रारंभ हो पाया है प्रारंभ में सिंचाई विभाग के अधिशासी अभियंता तथा राज्य सेतु निगम के संयुक्त सर्वे की बात की गई थी जिसमें अब कोई ठोस कार्य योजना नहीं बन पाया है. चितरपुर और कलीनगर पुल की मरम्मत को लेकर अब‌ अनिश्चितता बनी पड़ी हुई है. अब नहर की पटरी के कच्चे मार्ग पर सफर करना मजबूरी है.

यह भी पढ़ें: UP रोडवेज का निजीकरण नहीं होगा! मंत्री ने साफ किया रुख

जिसमें समय और संसाधनों की बर्बादी व्यापक स्तर पर हो रही है. इसी बीच पीलीभीत के जिलाधिकारी ज्ञानेंद्र सिंह ने कहा है कि हरदोई ब्रांच नहर पर बने पुल की मरम्मत संबंधी पत्राचार शासन स्तर पर अब किया जा रहा है जिसमें बजट आते ही निर्माण कार्य और रिपेयरिंग का काम प्रारंभ करवाया जाएगा. इसके पहले डगा पुल पर मार्च महीने में दरार आने के बाद इसको बंद करवा दिया गया था इसके बाद वैकल्पिक रूप से कलीनगर पुल से लोग आवाजाही शुरू हो गया लेकिन अब उस पर भी दरार आ जाने की वजह से आने जाने का रास्ता बंद करवा दिया गया है ऐसा अब बचा एकमात्र चितरपुर पुल भी पूरी क्षमता के साथ काम नहीं हो पा रहा है चितरपुर पुल से हाइट गेज लगाकर भारी बाणों का आवागमन बाधित करवा दिया गया है.

यह भी पढ़ें: उत्तर प्रदेश के इस जिले में एयरपोर्ट का विस्तार, खर्च किए जाएँगे एक हजार करोड़

On