यूपी के इस जिले को विकास परियोजनाओं की सौगात, प्रदेश बनेगा माफिया मुक्त
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यूपी में कई जिलों में महत्वपूर्ण विकास योजनाओं की घोषणा की जा चुकी है. राज्य सरकार ने कहा है यूपी के विभिन्न जिलों को विकास परियोजनाओं का रथ चलेगा और प्रदेश को माफिया मुक्त करवाया जाएगा. लॉजिस्टिक और यातायात सुगम बनाने के साथ आर्थिक गतिविधियों को भी व्यापक बढ़ावा दिया जाएगा. इसमें माफिया मुक्त नियंत्रण होने का मंत्र भी दिया गया है.
आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट का ऐलान
उत्तर प्रदेश के गाजीपुर जिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दिन मंगलवार को विकास परियोजनाओं को गति देने के लिए मंच के माध्यम से आगाज किया है जिसमें उन्होंने आगे कहा है कि शहर वासियों को जाम से मुक्ति और छुटकारा दिलाने के लिए लगभग लगभग 4 किलोमीटर लंबा अंधऊ से चौकिया बाईपास तक प्रस्ताव की स्वीकृति दे दी गई है जिसमें इसके साथ-साथ चीतनाथ घाट और कलेक्टर घाट तक कॉरिडोर निर्माण कार्य की भी घोषणा की जा चुकी है जिसमें इसका डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट मांगने की अपील की जा चुकी है.
अब जिले में पर्यटन को भी व्यापक स्तर से बढ़ावा मिल पाएगा. इसी बीच योगी आदित्यनाथ विकास कार्यों की समीक्षा करने के बाद आगे बताया है कि गाजीपुर प्रदेश का अत्यंत महत्वपूर्ण जिला माना गया है जिसमें इसका इतिहास रामायण का तथा उससे भी प्राचीन महसूस किया गया है बीच के कालखंड में इस जिले को पहचान के संकट से गुजरना पड़ा लेकिन आज पूर्वांचल एक्सप्रेसवे और महर्षि विश्वामित्र मेडिकल कॉलेज यहां की पहचान बनकर उभर रहा है.
माफिया नियंत्रण की ऐतिहासिक सफलता
योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि जिले को माफिया मुक्त अब बनाना है पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को शक्ति नगर और गंगा एक्सप्रेसवे को मिर्जापुर, चंदौली, भदोही, वाराणसी मार्ग होते हुए गाजीपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे को कनेक्ट करने का कार्य करवाया जा रहा है आधुनिक और डिजिटल इंफ्रास्ट्रक्चर गाजीपुर जिला को नई पहचान दिलाने में मदद करेगा जिला अच्छी दिशा में तीव्र गति से आगे बढ़ रहा है उन्होंने आगे कहा है की मेरिट के आधार पर तीव्र गति से राजस्व वादों का निस्तारण करवाया जाए कानून व्यवस्था की समीक्षा करते हुए.
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योगी ने कहा कि भू माफिया, वन माफिया, खनन माफिया और अन्य अपराधियों के खिलाफ जीरो टोलेंस की नीति तत्काल अपनी जाए. जनपद के 10 जिला अपराधियों की सूची बनाकर उन पर प्रभावी कार्रवाई अवश्य की जाए एफआईआर और विवेचना की पुलिस अधीक्षक तथा अपर पुलिस अधीक्षक स्तर पर गंभीरता पूर्वक मॉनिटरिंग तत्काल कार्रवाई जाए महिला अपराध के वादों में अपराधियों को कठोर सजा दी जाए. अपराधियों के मन में कानून का डर और किस तरीके से सजा दी जाती है इस बात का उन्हें अंदाज़ होना चाहिए.