यूपी के इन 5 गाँव का सर्वे पूरा, मिलेगा 4 गुना मुआवजा

यूपी के इन 5 गाँव का सर्वे पूरा, मिलेगा 4 गुना मुआवजा
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शहर में नई टाउनशिप के विकास को लेकर एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। हाल ही में पांच गांवों में सर्वे की प्रक्रिया पूरी कर ली गई है, जो इस परियोजना के तहत आने वाले क्षेत्रों का हिस्सा होंगे। इस सर्वे का उद्देश्य इन गांवों में निवासियों की जरूरतों, उनकी समस्याओं और अन्य आवश्यकताओं का आंकलन करना था, ताकि टाउनशिप का निर्माण स्थानीय समुदाय के लिए सुविधाजनक और लाभकारी हो सके।

शहर में नई टाउनशिप के लिए पांच गांवों में सर्वे पूरा

सर्वे टीम ने इन पांच गांवों में जाकर प्रत्येक घर, किसान, और व्यवसायी से बातचीत की। उन्होंने गांव के बुनियादी ढांचे, जैसे पानी, बिजली, सड़कों की स्थिति, स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा के स्तर का भी मूल्यांकन किया। साथ ही उन्होंने यह भी पता लगाया कि इन गांवों में लोगों की प्राथमिक आवश्यकताएँ क्या हैं और वे टाउनशिप में किस तरह की सुविधाएँ चाहते हैं। बीडीए पीलीभीत रोड के किनारे नई टाउनशिप बसाने की कवायद में जुटा है। इसके लिए पांच गांवों में सर्वे किया गया है। किसानों ने जमीन देने के लिए सहमति जाहिर की है। सर्वे के दौरान किसानों ने बीडीए के सचिव से पूछा कि चिह्नित जमीन पर वे खेती करें या नहीं? इस पर बीडीए के सचिव ने कहा कि जब तक बैनामा नहीं हो जाता, तब तक खेती कर सकते हैं। बैनामे के दौरान अगर खेत में फसल है तो उसे काटने का मौका दिया जाएगा। बीडीए उपाध्यक्ष मनिकंडन ए. ने बताया कि अनुमोदन के बाद अधिग्रहण शुरू होगा। चिह्नित जमीन के बदले सर्किल रेट का चार गुना मुआवजा देकर कब्जा लिया जाएगा। इन गांवों में कम से कम 70 लाख और अधिकतम 2.40 करोड़ रुपये प्रति हेक्टेयर का सर्किल रेट है। डीएम की ओर से मुआवजा तय किया जाएगा। नई टाउनशिप का निर्माण शहर के बाहरी इलाकों में किया जाएगा, जिससे शहर के भीड़.भाड़ वाले इलाकों में दबाव कम हो सके। इस टाउनशिप का उद्देश्य रोजगार के नए अवसर पैदा करनाए किसानों को आधुनिक तकनीक से जोड़ना, और गांवों में रहने वाले लोगों को बेहतर जीवन की सुविधाएँ प्रदान करना है। इस परियोजना के तहत नए आवासीय क्षेत्र, सड़कें, अस्पताल, स्कूल, और पार्क जैसी सुविधाएँ मुहैया कराई जाएंगी।

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जमीन के बदले मिलेगा चार गुना मुआवजा

मंडलायुक्त की अध्यक्षता में 28 मार्च को होने वाली बीडीए बोर्ड की बैठक में इसके अनुमोदन की उम्मीद है। अब दो दिनों में रूपापुर, आसपुर खूबचंद, कुमरा व कलापुर की जमीन का सर्वे होगा। सर्वे के परिणामों के आधार परए यह माना जा रहा है कि इस टाउनशिप से इन पांच गांवों में सामाजिक.आर्थिक बदलाव आएगा। किसानों के लिए कृषि संबंधित नई तकनीकें और संसाधन उपलब्ध होंगे, जिससे उनकी उत्पादकता में वृद्धि होगी। साथ ही स्थानीय रोजगार सृजन से गांवों में आर्थिक स्थिति भी बेहतर हो सकती है। बरेली में पीलीभीत रोड पर बीडीए की नई आवासीय योजना के लिए नौ गांवों की 250 एकड़ जमीन का अधिग्रहण होगा। पांच गांवों में बुधवार को आबादी क्षेत्र और धार्मिक स्थलों को चिह्नित किया गया। इन्हें अधिग्रहण से बाहर रखा जाएगा। सर्वे के दौरान ग्रामीणों ने अपनी चिंता और सुझाव भी साझा किए। उनमें से कुछ का मानना था कि विकास के साथ.साथ उनकी सांस्कृतिक धरोहर और पारंपरिक जीवनशैली को भी सुरक्षित रखा जाना चाहिए। कई लोगों ने यह भी कहा कि वे चाहते हैं कि इस टाउनशिप में रोजगार के अवसरों के साथ.साथ उनके लिए बेहतर स्वास्थ्य और शिक्षा सुविधाएँ भी हों। गांव बरकापुर, अड़पुरा जागीर, मोहरनियां, हरहरपुर और नवादा कुर्मियान में बीडीए सचिव योगेंद्र कुमार टीम के साथ पहुंचे। चिह्नित गाटों का भौतिक सत्यापन किया। किसानों को योजना की जानकारी दी। किसानों ने जमीन देने के लिए सहमति जाहिर की। बीडीए गाटा संख्या का उल्लेख करते हुए प्रस्ताव तैयार करेगा। 

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