यूपी में स्मार्ट मीटर बने उपभोक्ताओं की मुसीबत! चार महीने से बिल नहीं, रोजाना रिचार्ज का झंझट
रोज़ की झंझट बना स्मार्ट मीटर
प्रीपेड सिस्टम वाले इन स्मार्ट मीटरों में उपभोक्ताओं को रोज़ रिचार्ज करने और बैलेंस कटने की दिक्कत झेलनी पड़ रही है. कई घरों में 4-4 महीने से बिल नहीं आया, जबकि जिनका बिल आया है, उन्हें रकम देखकर झटका लग गया. लोग जब शिकायत लेकर बिजली कार्यालय पहुंचे, तो अधिकारियों ने “तकनीकी खामी” कहकर वापस लौटा दिया.
जिले में लाखों उपभोक्ता परेशान
प्रदेश में स्थित पीलीभीत में करीब 3.75 लाख बिजली उपभोक्ता हैं. इनमें से अब तक 1 लाख ग्रामीण और 69 हजार शहरी घरों में स्मार्ट मीटर लगाए जा चुके हैं. लेकिन जिन घरों में ये मीटर लगे हैं, उनमें से अधिकतर में ओवररीडिंग और सिस्टम फेल्योर जैसी समस्याएं सामने आ रही हैं.
जांच में उजागर हुई खामियां
मंगलवार को जब स्थिति का जायजा लिया गया, तो कई उपभोक्ताओं ने बताया कि महीनों से उनका बिल नहीं बना है, जबकि कुछ के मीटर जरूरत से ज्यादा यूनिट दिखा रहे हैं. लोगों का कहना है कि “मीटर लगने के बाद से हर महीने कोई न कोई परेशानी होती है. बिल का मैसेज अक्सर माइनस में आता रहता है.”
बढ़ते बिलों से लोग नाराज़
कई उपभोक्ताओं ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगने के बाद उनका बिजली बिल तीन गुना तक बढ़ गया है. पीलीभीत स्थित निवासी ने कहा, “पहले हर महीने करीब 300 रुपये का बिल आता था, अब वही बढ़कर 1000 रुपये से ऊपर पहुंच गया है.”
संदेश न आने से दिक्कतें दोगुनी
बिजली विभाग ने बताया कि जिन उपभोक्ताओं के मोबाइल नंबर अपडेट हैं, उन्हें रिचार्ज या बिल की जानकारी मैसेज से मिल जाती है. लेकिन बड़ी संख्या में उपभोक्ता ऐसे हैं जिनके नंबर रजिस्टर ही नहीं हैं, जिससे उन्हें बैलेंस खत्म होने या बिजली कटने की सूचना समय पर नहीं मिलती और अचानक बिजली गुल हो जाती है.
उपभोक्ताओं की उम्मीद
लोगों का कहना है कि स्मार्ट मीटर सुविधा के लिए लगाए गए थे, लेकिन ये उल्टा परेशानी का कारण बन गए हैं. उपभोक्ताओं ने विभाग से अपील की है कि या तो सिस्टम को पूरी तरह दुरुस्त किया जाए या पुराने मीटर की तरह व्यवस्था वापस लाई जाए, जिससे उन्हें समय पर बिल और राहत दोनों मिल सकें.
विभाग का क्या कहना है
बिजली विभाग के प्रभारी अधीक्षण अभियंता पंकज भारती ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया, “जिले में मीटर लगाने का काम जारी है. कुछ मीटरों में तकनीकी दिक्कतें आई हैं, जिन्हें सुधारने का काम किया जा रहा है. जिन उपभोक्ताओं की शिकायतें मिल रही हैं, उनके मीटरों की जांच कर सुधार कराया जा रहा है.”
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।


