पूर्वांचल के सबसे बड़े पुल की मरम्मत शुरू, सफर होगा अब और भी सुगम
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प्रदेश में सबसे लंबे और महत्वपूर्ण पल की मरम्मत का कार्य प्रारंभ करवाया जा रहा है प्रमुख जिलों को दो पुल आपस में जोड़ने का कार्य करते हैं प्रतिदिन हजारों वाहनों इस मार्ग से होकर गुजरते हैं इस दौरान मरम्मत कार्य के पूरा होते ही बेहतर और सुरक्षित सफर की सुविधा की उम्मीद जताई जा रही है.
अब सफर होगा और भी सुगम
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले से बड़ी खुशखबरी सामने आ चुकी है. इस राहत भरी खबर से पूर्वांचल दो जिलों को जोड़ने वाले पुल की मरम्मत का कार्य प्रारंभ करवा दिया गया है. ऐसा माना जाता है कि इस पुल को पूर्वांचल का सबसे बड़ा पुल कहा जाता है. आपको बता दे यह पुल कलवारी टांडा पुल की बात की जा रही है. सरयू नदी पर बने इस पुल की लगभग लंबाई करीब 2231 मीटर है जो 1.9 अब रुपए की लागत से 72 खम्भे पर खड़े इस पुल को बनाने में लगभग लगभग 8 साल का समय निर्धारित किया गया है.
बीते वर्ष 2013 में तत्कालीन लोक निर्माण विभाग के मंत्री शिवपाल यादव ने इस पुल का भव्य उद्घाटन समारोह करवाया था अब बस्ती मंडल मुख्यालय से करीब लगभग 22 किलोमीटर दूर स्थापित इस पुल से बस्ती तथा अंबेडकर नगर के सैकड़ो और हजारों लोग इन मार्गो पर सफर करते हैं. मिली जानकारी के अनुसार आपको अवगत करा दें कि लुंबिनी जो नेपाल के रूपनदेही जिले में स्थापित है इस दौरान भगवान बुद्ध का जन्म स्थान भी है यहां पर एक महत्वपूर्ण बौद्ध तीर्थ स्थल भी स्थित है जो दुनिया के कई कोनों से लोग यहां आते हैं और आकर्षित होते हैं.
स्थानीय व्यापारियों और यात्रियों को मिलेगी बड़ी राहत
प्रदेश के राज्य में स्थित सोनभद्र जिले में एक नगर स्थित है जो इसी नाम की तहसील का मुख्यालय भी कहा गया है. दुद्धी ऐतिहासिक स्वतंत्रता आंदोलन से भी जुड़ा हुआ है अब कलवारी टांडा पुल इसी लुंबिनी दुद्धी मार्ग पर स्थापित है इसी वजह से बड़ी संख्या में पर्यटकों को के साथ सुल्तानपुर, अंबेडकर नगर, प्रयागराज, जौनपुर, वाराणसी आने जाने वाले लोग इस दौरान सफर भी करते हैं. इधर कई वर्षों में आवागमन बढ़ने से कलवारी टांडा पुल के ऊपर सड़क काफी क्षतिग्रस्त हो चुकी है
जिसको लेकर मरम्मत का कार्य राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण की ओर से करवाया जा रहा है इस पुल पर टांडा की ओर से पश्चिमी लेंन के फर्श पर दो एमटी मशीन द्वारा ध्वस्त करवाया जा रहा है राष्ट्रीय राजमार्ग विकास प्राधिकरण की तरफ से पुल का फर्श कई स्थानों पर कायाकल्प बिगड़ चुका है मरम्मत का कार्य प्रारंभ करवा दिया गया है. लोगों का कहना है कि लंबे समय से पुल की हालत खराब होने के कारण एक्सीडेंट की आशंका हमेशा बनी रहती है लेकिन अब मरम्मत होने से आने जाने वाले लोगों को बड़ी राहत मिल पाएगी मरम्मत का कार्य निर्धारित समय सीमा के भीतर पूरा करने का लक्ष्य बनाया जा चुका है जनता की आज सुविधा को समझते हुए कार्य को अति शीघ्र करवाने का निर्णय लिया गया है.