यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो में बोले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी- यूपी नए रिकॉर्ड बना रहा,55% मोबाइल फोन यहां बन रहे
UP International Trade Show

पीएम ने कहा कि मैन्यूफैक्चरिंग में भी यूपी नए रिकॉर्ड बना रहा है. अब जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स और मोबाइल मैन्युफेक्चरिंग का सेक्टर है. बीते दशक में भारत इसमें दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा producer बना है. और इसमें यूपी का रोल बहुत बड़ा है. आज पूरे भारत में जितने मोबाइलफोन बनते हैं, उसमें से लगभग 55 परसेंट मोबाइल यहां उत्तर प्रदेश में बनते हैं. यूपी अब सेमीकंडक्टर सेक्टर में भी भारत की आत्मनिर्भरता को मजबूती देगा. यहां से कुछ किलोमीटर दूर ही एक बड़ी सेमीकंडक्टर फैसिलिटी पर काम शुरु होने वाला है.
उन्होंने कहा कि हमारे यहां गांव की अर्थव्यवस्था में ट्रैक्टर की बड़ी भूमिका है. 2014 से पहले एक ट्रैक्टर खरीदने पर सत्तर हज़ार रुपए से अधिक टैक्स देना पड़ता था. यह 2014 से पहले सत्तर हज़ार, अब उसी ट्रैक्टर पर सिर्फ तीस हज़ार रुपए का टैक्स लग रहा है. यानी किसान को सीधे एक ट्रैक्टर पर चालीस हज़ार रुपए से अधिक की बचत हो रही है. ऐसे ही थ्री व्हीलर, गरीब के लिए रोजगार का बहुत बड़ा माध्यम है. साल 2014 से पहले एक थ्री व्हीलर पर करीब पचपन हज़ार रुपए का टैक्स लगता था, एक थ्री व्हीलर पर 55000 रुपए टैक्स लगता था. अब उसी थ्री-व्हीलर पर GST करीब पैंतीस हज़ार रह गया है, यानी सीधे बीस हज़ार रुपए की बचत हुई है. ऐसे ही, GST कम होने की वजह से स्कूटर 2014 की तुलना में करीब आठ हज़ार रुपए, और मोटर-साइकिल करीब नौ हज़ार रुपए सस्ती हुई है. यानी गरीब, नियो मिडिल क्लास, मिडिल क्लास, सबकी बचत हुई है.
रिसर्च भी बढ़ाना है- पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि मेरी कुछ अपेक्षाएं भी हैं, जो मैं ज़रूर आपके साथ शेयर करुंगा. आप जो भी मैन्यूफैक्चर कर रहे हैं, वो बेस्ट क्वालिटी का होना चाहिए, उत्तम से उत्तम होना चाहिए. आज देशवासियों के मन में ये बात है कि स्वदेशी उत्पादों की क्वाल्टी में लगातार सुधार होता रहे, यूजर फ्रेंडली हो, लंबे समय तक काम आने वाले हों. इसलिए क्वालिटी से कोई भी कंप्रोमाइज़ नहीं होना चाहिए. आज देश का हर नागरिक स्वदेशी से जुड़ रहा है, वो स्वदेशी खरीदना चाहता है, गर्व से कहो, ये स्वदेशी है, इस भावना को आज हम चारों तरफ अनुभव कर रहे हैं. हमारे ट्रेडर्स को भी इस मंत्र को अपनाना है. जो भारत में उपलब्ध है, उसे ही प्राथमिकता देनी है.
उन्होंने कहा कि एक अहम विषय रिसर्च का है. हमें रिसर्च में इन्वेस्टमेंट बढ़ाना है, कई गुणा बढ़ाना है. इनोवेशन के बिना दुनिया ठहर जाती है, व्यापार भी ठहर जाता है, जिंदगी भी ठहर जाती है. और सरकार ने इसके लिए ज़रूरी कदम उठाए हैं, अब रिसर्च में प्राइवेट इन्वेस्टमेंट के लिए सबको आगे आना ही होगा. ये समय की मांग है. हमें स्वदेशी रिसर्च का, स्वदेशी डिजायन और डेवलपमेंट का पूरा इकोसिस्टम बनाना है.
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