यूपी में बीजेपी जिलाअध्यक्षों की जल्द होगी नामों की घोषणा, जाने ऐलान की डेट
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यूपी में बीजेपी के नए जिलाध्यक्षों की घोषणा को लेकर ताजा अपडेट आया है, काफी लंबे से चल रहा इंतजार अब होली के बाद खत्म हो जाएगा, पढ़िए कब बीजेपी जिलाध्यक्षों के नामों का ऐलान करेगी।
बीजेपी जिलाध्यक्षों की लिस्ट पर सस्पेंस खत्म
सूची में होंगे कई चौंकाने वाले नाम
सबकुछ तय कार्यक्रम के हिसाब से हुआ तो 16 मार्च को भाजपा जिलाध्यक्षों का ऐलान हो जाएगा। माना जा रहा है कि 25 मार्च से पहले पार्टी को नया प्रदेश अध्यक्ष भी मिल जाएगा। प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव कराने की जिम्मेदारी भाजपा नेतृत्व ने केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल को सौंपी है। भाजपा की प्रदेश चुनाव समिति ने जिलाध्यक्षों की चुनाव प्रक्रिया को लेकर लंबी मशक्कत की है। अब पार्टी जिलाध्यक्षों के ऐलान के लिए एक नया प्रयोग करने जा रही है। प्रदेश नेतृत्व ने सभी जिला चुनाव अधिकारियों और वरिष्ठ नेताओं को पार्टी द्वारा इस नए प्रयोग को बेहद सावधानी और सौहार्दपूर्ण ढंग से अमलीजामा पहनाने के निर्देश दिए हैं। यह निर्देश बुधवार शाम आयोजित एक महत्वपूर्ण वर्चुअल बैठक में दिए गए। इस बैठक को प्रदेश चुनाव अधिकारी डा. महेंद्रनाथ पांडेय, प्रदेश भाजपा अध्यक्ष भूपेंद्र सिंह चौधरी, प्रदेश महामंत्री संगठन धर्मपाल सिंह के अलावा प्रदेश के सह चुनाव प्रेक्षक संजय भाटिया और संजीव चौरसिया ने संबोधित किया। बैठक में कहा गया कि जिलाध्यक्षों की चुनाव प्रक्रिया के लिए लंबी मशक्कत की गई है। हर स्तर पर रायशुमारी लेने के साथ ही सामाजिक समीकरण बनाने का प्रयास किया गया है। स्पष्ट किया गया कि पार्टी संगठन में भी आरक्षण की व्यवस्था है। दलितों, पिछड़ों, महिलाओं की भागीदारी सुनिश्चित करने को पैनल में शामिल जो नाम चर्चा में थे, उससे इतर भी प्रयोग सामाजिक समीकरण साधने के लिए किए गए हैं। प्रदेश में भाजपा के 98 संगठनात्मक जिले हैं। जिन जिलों में जिला और महानगर दोनों इकाई हैं, वहां एक ही बैठक में नए अध्यक्षों का ऐलान किया जाएगा। वहीं नए जिलाध्यक्षों का स्वागत भी कराया जाएगा। पर्यवेक्षक अपने आवंटित जिलों में से किसी एक में रहेंगे। पार्टी द्वारा जिलाध्यक्षों की घोषणा की नई व्यवस्था ने जिला चुनाव अधिकारियों की बेचौनी बढ़ा दी है। बैठक में कहा भी गया कि चुनाव प्रक्रिया से जुड़े सभी वरिष्ठों के लिए यह परीक्षा की घड़ी है। उन्हें अपना संगठन कौशल दिखाना होगा। संगठन सर्वाेपरि का मंत्र सभी को समझाना होगा। यही कारण है कि जिला चुनाव अधिकारियों पढ़ें साथ ही सभी वरिष्ठ पदाधिकारियों और मंत्रियों से आवंटित जिलों में घोषणा से पहले सभी प्रमुख पक्षों से चर्चा कर लेने को कहा गया है। सभी छह प्रदेश सह चुनाव प्रभारी भी एक-एक जिले में रहेंगे।