UP में 9,000 करोड़ का मेगा प्लान मंजूर, मेट्रो विस्तार से लेकर रिवर फ्रंट लिंक तक 13 बड़े काम शुरू
पहले चरण में क्या-क्या बदलेगा
इस नई योजना में ऐसे प्रोजेक्ट चुने गए हैं जो कानपुर को ज्यादा फैला हुआ, सुगम और आधुनिक बनाएंगे. ग्रेटर कानपुर की अवधारणा से लेकर गंगा रिवर लिंक तक, सभी योजनाएं शहर को नई दिशा देने वाली हैं.
सीएम ने दिया स्पष्ट आदेश
मुख्यमंत्री ने कहा कि तीनों शहरों में काम ऐसे हों, जिनका असर लोगों तक साफ दिखाई दे. सिर्फ सड़कें खड़ी करना ही लक्ष्य नहीं है, बल्कि स्थानीय पहचान और आधुनिकता के संगम वाला शहर तैयार करना असली मकसद है.
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कानपुर में जिन बड़े कामों को प्राथमिकता दी गई है, उनमें शहर के पूरे ढांचे को बदलने की क्षमता है:
- मेट्रो विस्तार
- मैनावती मार्ग चौड़ीकरण
- मास्टर प्लान के अंतर्गत नई सड़कें
- ग्रीनफील्ड कॉरिडोर
- वीआईपी रोड सुदृढ़ीकरण
- अर्रा–बिनगवां रोड चौड़ीकरण
- एक और मल्टीलेवल पार्किंग
- रिवर फ्रंट लिंक
- ग्रेटर कानपुर का विकास
- ग्रीन पार्क के आसपास शहरी डिजाइन
- मकसूदाबाद में सिटी फॉरेस्ट
- बॉटनिकल गार्डन का सौंदर्य सुधार
- 3,000 एकड़ में भविष्य का नया शहर
इस परियोजना में भीमसेन रेलवे स्टेशन के पास से लेकर आउटर रिंग रोड तक का क्षेत्र एक नए शहरी जोन के रूप में बदलेगा. यहां बनेगा:-
- आवासीय एरिया
- मेडिसिटी पार्क
- ईवी पार्क
- एमएसएमई आधारित औद्योगिक जोन
इसके साथ ही रिवर फ्रंट लिंक के तहत ऐसी सड़कें बनाई जाएंगी जो आने वाले समय में बनने वाले गंगा रिवर फ्रंट को शहर की वीआईपी रोड से जोड़ेंगी.
विजन–2051: आने वाले 25 वर्षों का ब्लूप्रिंट
समीक्षा बैठक में विजन–2051 के अंतर्गत बन रही परियोजनाओं में से उन योजनाओं को पहले चरण में आगे बढ़ाने का प्रस्ताव तय हुआ, जिनसे शहर का बुनियादी ढांचा मजबूत होगा. केडीए उपाध्यक्ष मदन सिंह गर्ब्याल ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि जल्द ही इन परियोजनाओं पर ठोस कार्रवाई शुरू होगी.
क्या बदलेगा आम नागरिक के लिए?
इन योजनाओं का अंतिम लक्ष्य सिर्फ शहर का विस्तार नहीं, बल्कि:-
- बेहतर यातायात
- नई रोजगार संभावनाएं
- स्वच्छ और सुंदर वातावरण
- आधुनिक पब्लिक सुविधाएं
- और रहने योग्य, भविष्य–उन्मुख कानपुर
यानी, ये 9,000 करोड़ की परियोजनाएं केवल निर्माण नहीं, बल्कि आने वाले वर्षों में कानपुर को एक स्मार्ट, हरित और सुव्यवस्थित महानगर के रूप में स्थापित करने की नींव हैं.
काम की गुणवत्ता पर सरकार की सख्त नज़र
मुख्यमंत्री ने साफ कहा कि विकास सिर्फ ईंट-पत्थर का ढांचा न बने, बल्कि हर शहर की पहचान, संस्कृति और आधुनिक सुविधाएं मिलकर एक ऐसा रूप दिखाएं जिस पर नागरिक गर्व करें. उन्होंने निर्देश दिया कि हर परियोजना चरणबद्ध चले, समय पर पूरी हो और लोग इसका लाभ महसूस कर सकें.
परियोजनाओं की अनुमानित लागत
- मेट्रो विस्तार – 1500 करोड़
- मैनावती मार्ग चौड़ीकरण – 40 करोड़
- मास्टर प्लान सड़कों का निर्माण – 300 करोड़
- अर्रा–बिनगवां रोड चौड़ीकरण – 25 करोड़
- मल्टीलेवल पार्किंग – 55 करोड़
- रिवर फ्रंट लिंक – 3000 करोड़
- ग्रेटर कानपुर योजना – 3000 करोड़
- ग्रीन पार्क एरिया डिज़ाइन सुधार – 4 करोड़
- मकसूदाबाद सिटी फॉरेस्ट – 79 करोड़
- बॉटनिकल गार्डन सौंदर्यीकरण – 50 करोड़
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।

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