यूपी में स्मार्ट मीटर को लेकर कई सवाल, बिजली बिल पर पड़ता है असर!
उपभोक्ताओं को रुला रहा बिजली विभाग
कई उपभोक्ताओं ने शिकायत की है कि स्मार्ट मीटरों के माध्यम से भेजे गए बिलों में गड़बड़ी हो रही है और उन्हें समय पर अलर्ट या अलार्म नहीं मिल रहे हैं. इससे बकाया बढ़ने पर कनेक्शन कटने में भी देरी हो रही है. केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय ने इस पर चिंता जताई है और सुधार की सिफारिश की है. बहराइच में हाईटेक सुविधा वाले बिजली विभाग के स्मार्ट मीटर उपभोक्ताओं के लिए समस्या बनते जा रहे हैं. तीन माह से उपभोक्ताओं को बिल नहीं मिला है, जिससे उपभोक्ता ऊहापोह की स्थिति में है. शिकायत को लेकर भटकने वाले उपभोक्ताओं के दर्द पर विभाग मरहम नहीं लगा पा रहा है. बढ़ती उपभोक्ताओं की समस्या से कार्यदायी संस्था का कार्य सवालों के घेरे में है.
स्मार्ट मीटर लगाने वाली कार्यदायी संस्था पिछले आठ महीने से स्मार्ट मीटर लगाने का काम कर रही है और सिर्फ शहर में नौ हजार मीटर लगा सकी है. इस दौरान बिजली का बिल न आना सबसे बड़ी कमी सामने आई है. ऐसे में कार्यदायी संस्था का कार्य सवालों के घेरे में है. स्मार्ट मीटरों में लगी चिप्स से निकलने वाली रेडियो फ्रीक्वेंसी तरंगों के कारण कुछ उपभोक्ताओं में स्वास्थ्य समस्याएं देखी गई हैं. इसलिए उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन ने इन उपकरणों की अनिवार्य परीक्षण और प्रमाणन की प्रक्रिया शुरू की है. कई उपभोक्ताओं ने बताया कि स्मार्ट मीटर लगाने के बाद उनके बिजली बिल में अत्यधिक वृद्धि हुई है. उदाहरण के लिए एक उपभोक्ता का बिल 500 रुपये से बढ़कर 16.000 रुपये हो गया. इन शिकायतों के बावजूद विभाग की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है.
उच्च बिजली बिल और उपभोक्ताओं की शिकायतें
उत्तर प्रदेश पॉवर कॉरपोरेशन द्वारा की गई जांच में पाया गया कि स्मार्ट मीटरों में खामियां हैं. जैसे गलत रीडिंग और सॉफ्टवेयर की समस्याएं. इससे मीटर निर्माता कंपनियों को नोटिस जारी किए गए हैं. लेकिन सुधार की प्रक्रिया धीमी है बिजली विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्मार्ट मीटरों में कोई बड़ी गड़बड़ी नहीं है और समस्याएं उन उपभोक्ताओं से संबंधित हैं जो पहले बिजली चोरी करते थे. उनका मानना है कि स्मार्ट मीटर इन समस्याओं को उजागर कर रहे हैं. हालांकि उपभोक्ताओं की बढ़ती शिकायतें और मंत्रालय की रिपोर्ट
इस दावे को चुनौती देती हैं. सितंबर 2024 से शहर में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य शुरू किया गया है. कछु की चाल से यह कार्य कराया जा रहा है. व्यवस्था को स्मार्ट करने के लिए लगाया गया स्मार्ट मीटर अब उपभोक्ताओं को रुलाने का काम कर रहा है. बक्शीपुरा मुहल्ला निवासी कुंवर, धर्मेंद्र समेत अन्य लोगों का कहना है कि जिस दावे के साथ स्मार्ट मीटर को लगाया गया था, उसमें से एक भी सुविधा नहीं मिल रही है. तीन माह से बिल ही नहीं आया है. जो नंबर रजिस्टर्ड है, उस पर कोई मैसेज नहीं आया. फ्रीगंज निवासी दीपक, कोमल, बब्लू ने बताया कि तीन महीने से बिल नहीं आया है. ऐसे में एक साथ बिल आने पर घर का पूरा बजट बिगड़ जाएगा. विभाग को इस पर ध्यान देना चाहिए.
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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।