UP: इन वाहनों पर टैक्स रिफंड! जानें, रोड टैक्स और रजिस्ट्रेशन शुल्क वापसी का तरीका

त्योहार के समय बंद थी छूट
14 अक्टूबर से पूरे प्रदेश में ईवी खरीदने पर वित्तीय प्रोत्साहन की छूट बंद हो गई थी. इस वजह से 10 लाख रुपये तक की कीमत वाले वाहनों पर 9% और 10 लाख रुपये से अधिक कीमत वाले वाहनों पर 11% रोड टैक्स देना पड़ा था. इसके साथ ही, दोपहिया वाहन के मालिकों को 300 रुपये और चार पहिया वाहन मालिकों से 600 रुपये पंजीकरण शुल्क भी लिया गया था.
अब फिर मिलेगी छूट का लाभ
औद्योगिक विकास विभाग ने "इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माण व गतिशीलता नीति 2022" के अंतर्गत वित्तीय प्रोत्साहन की अवधि दो साल और बढ़ाने का आदेश 17 अक्टूबर को जारी कर दिया है.
अब परिवहन विभाग भी इस पर आदेश जारी करेगा और उसके बाद ईवी पंजीकरण पोर्टल को अपडेट किया जाएगा. इस अपडेट के बाद नए खरीदारों के साथ-साथ वे लोग भी, जिन्होंने टैक्स दिया है, छूट का लाभ पा सकेंगे और रजिस्ट्रेशन सामान्य तरीके से हो सकेगा.
पहले भी देना पड़ा था रिफंड
यह पहली बार नहीं है जब ईवी खरीदारों को धनराशि लौटाई जा रही है. जब यह नीति 2022 में लागू हुई थी, तब भी शुरुआती खरीदारों को टैक्स रिफंड दिया गया था.
दरअसल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में 13 अक्टूबर 2022 को नीति को मंजूरी दी गई थी. उस समय भी औद्योगिक विकास विभाग और परिवहन विभाग के आदेश में समय लगा था, हांलांकि बाद में सभी खरीदारों को टैक्स माफी का फायदा मिला था.
दीपावली से पहले बिक्री में आया उछाल
इस बार भी नीति की समय सीमा दीपावली और धनतेरस के आसपास खत्म हो रही थी. 13 अक्टूबर को जब छूट का आखिरी दिन था, उस दिन रिकॉर्ड इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री हुई.
सिर्फ लखनऊ में ही 642 ईवी वाहन बिके, जो एक दिन में अब तक का सबसे बड़ा आंकड़ा माना जा रहा है. छूट खत्म होने के बाद भी लोगों का उत्साह कम नहीं हुआ और कई खरीदारों ने टैक्स चुकाकर भी वाहन खरीदे.
नीति में नई समय सीमा और सशर्त सब्सिडी
सरकार की ईवी नीति के अंतर्गत दोपहिया वाहनों पर ₹5,000, चार पहिया वाहनों पर ₹1 लाख और ई-बस पर ₹20 लाख तक की सब्सिडी दी जा रही है. 15 जुलाई 2024 को नीति में संशोधन किया गया है, जिसके अनुसार अब यह सब्सिडी साल 2027 तक सशर्त रूप से मिलेगी. इसका अर्थ है कि नीति में तय की गई संख्या के वाहनों को ही यह लाभ मिलेगा.
अब तक कितने वाहनों को मिली सब्सिडी
नीति के अनुसार, 25,000 चार पहिया, 2 लाख दोपहिया, 400 ई-बस और 1,000 ई-गुड्स कैरियर को सब्सिडी दी जानी है. अब तक करीब 17,000 चार पहिया ईवी को सब्सिडी मिल चुकी है. त्योहारी सीजन में ईवी की बिक्री में और तेजी आई है, जिससे प्रदेश में ईवी बाजार लगातार मजबूत हो रहा है.
आदेश जारी होते ही मिलेगी वापसी
धनतेरस का त्योहार इस बार शनिवार और रविवार को पड़ने के कारण कई लोगों ने शुक्रवार को ही वाहन खरीद लिए थे. उसी दिन शाम को औद्योगिक विकास विभाग ने नीति बढ़ाने का आदेश जारी कर दिया था. सहायक परिवहन आयुक्त नरेश कुमार के अनुसार, सभी ईवी खरीदारों को जल्द ही रोड टैक्स और पंजीकरण शुल्क की रकम वापस कर दी जाएगी.
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।