Lucknow Metro: लखनऊ वालों के लिए बड़ी खुशखबरी, अब बनेंगे 12 नए स्टेशन, 7 स्टेशन होंगे Under Ground
5,081 करोड़ रुपये की अनुमानित लागत वाली इस परियोजना को मंगलवार को दिल्ली में हुई NPG की बैठक में मंजूरी मिल गई. बैठक की अध्यक्षता औद्योगिक नीति संवर्धन विभाग के अतिरिक्त सचिव ने की. कई परियोजनाओं पर चर्चा के लिए आयोजित बैठक में East West कॉरिडोर को हरी झंडी देने में कोई बाधा नहीं पाई गई.
उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) के एक अधिकारी के अनुसार, 'NPG की बैठक में आवास और शहरी मामलों, रक्षा, रेलवे, पर्यावरण और वन, और वित्त जैसे विभागों के प्रतिनिधि शामिल थे. NPG के बाद, अगला प्रमुख चरण सार्वजनिक निवेश बोर्ड से मंजूरी प्राप्त करना है. प्रस्तावित East West कॉरिडोर की कुल लंबाई 11.165 किलोमीटर (4.286 किलोमीटर एलिवेटेड और 6.879 किलोमीटर भूमिगत) होगी. इसमें कुल 12 स्टेशन शामिल होंगे, जिनमें से सात भूमिगत होंगे. यह कॉरिडोर पांच साल में पूरा हो सकता है. East West कॉरिडोर चारबाग मेट्रो स्टेशन पर मौजूदा उत्तर-दक्षिण कॉरिडोर से जुड़ेगा, जो एक इंटरचेंज स्टेशन के रूप में काम करेगा.
यूपीएमआरसी के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि NPG द्वारा East West कॉरिडोर को मंजूरी देना एक महत्वपूर्ण कदम है और यह परियोजना लखनऊ में शहरी परिवहन के साथ-साथ मौजूदा मेट्रो कॉरिडोर के लिए भी महत्वपूर्ण है. प्रस्तावित
East West कॉरिडोर के स्टेशन
चारबाग (Under Ground)
गौतम बुद्ध नगर (Under Ground)
अमीनाबाद (Under Ground)
पांडेयगंज (Under Ground)
सिटी रेलवे स्टेशन (Under Ground)
मेडिकल चौराहा (Under Ground)
चौक (Under Ground)
ठाकुरगंज (एलिवेटेड)
बालागंज (एलिवेटेड)
सरफराजगंज (एलिवेटेड)
मूसाबाग (एलिवेटेड)
वसंत कुंज (एलिवेटेड)
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“विकास कुमार पिछले 20 साल से पत्रकारिता के क्षेत्र में सक्रिय हैं। इन्होंने लखनऊ विश्वविद्यालय से स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। उत्तर प्रदेश की राजनीति पर इनकी मजबूत पकड़ है, विधानसभा, प्रशासन और स्थानीय निकायों की गतिविधियों पर ये वर्षों से लगातार रिपोर्टिंग कर रहे हैं। विकास कुमार लंबे समय से भारतीय बस्ती से जुड़े हुए हैं और अपनी जमीनी समझ व राजनीतिक विश्लेषण के लिए पहचाने जाते हैं। राज्य की राजनीति पर उनकी गहरी पकड़ उन्हें एक भरोसेमंद पत्रकार की पहचान देती है