Ganga Express Way: गंगा एक्सप्रेस वे पर इतिहास रचेगी योगी सरकार, पहली बार होगा देश में ये काम
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जनवरी 2024 में दावोस में वर्ल्ड इकॉनमिक फोरम की सालाना बैठक में यूपी और ईटीएच और आरटीडीटी लैब्स के डेलिगेशन के साथ राज्य प्रतिनिधिमंडल ने चर्चा की थी. इसके बाद ईटीएच ज्यूरिख और आरटीडीटी लैब्स की टीमों ने जीबीसी 4.0 प्रदर्शनी का दौरा किया और 19 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने एयरो सेंस तकनीक और एआई सेंसर मॉड्यूल का प्रदर्शन किया था.
टीम गई थी जर्मनी और स्विटजरलैंड
इसके साथ ही यूपीईआईडीए और इंजीनियर्स की एक टीम ने 24-29 मार्च, 2024 तक ज्यूरिख, स्विट्जरलैंड और जर्मनी का दौरा किया, ताकि नेशनल रोड इंफ्रास्ट्रक्चर/मोटरवे, नई तकनीकियों, नई सामग्रियों और मोटरमार्गों/राजमार्गों/इंफ्रास्ट्रक्चर्स/सड़क सुरक्षा और यातायात नियंत्रण प्रणाली के निर्माण के लिए परामर्शदाता/ठेकेदारों के दृष्टिकोण का अध्ययन किया जा सके जिन्हें गंगा एक्सप्रेसवे में लागू किया जा सके.
समझौता होने के बाद बोलते हुए, यूपी के इंफ्रास्ट्रक्चर और औद्योगिक विकास आयुक्त और यूपीईआईडीए के अध्यक्ष-सीईओ, मनोज कुमार सिंह ने कहा- 'इन समझौतों के तहत किए जाने वाले कार्य आगामी गंगा एक्सप्रेसवे पर सुगम सफर और आराम का आकलन करने में एक गेम-चेंजर साबित होंगे. ईटीएच ज्यूरिख और आरटीडीटी लैब्स एजी के साथ यह सहयोग मदद करेगा.' उन्होंने कहा कि पायलट प्रोजेक्ट सफल हुआ तो सरकार सभी एक्सप्रेसवे पर प्रौद्योगिकी के कार्यान्वयन को बढ़ा सकती है.