यूपी के इस जिले में 100 करोड़ रुपए से बनेगी चार प्रमुख सड़कें
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मुख्यमंत्री ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर योजना के माध्यम से लगभग लगभग 100 करोड रुपए अत्यधिक राशि से चार प्रमुख सड़कों का निर्माण करवाने के लिए कवायद शुरू हो चुका है. पूरे शहर वासियों के लिए बेहतर यातायात सुविधा और स्मार्ट सिटी की दिशा में पहला कदम है.
यूपी के शहरवासियों को मिला बड़ा फायदा
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने ग्रीन रोड इंफ्रास्ट्रक्चर परियोजना के तहत सीएम ग्रिड योजना फेज 2 के तहत बनवाने की मंजूरी की हरी झंडी मिल चुकी है. इसलिए इसका टेंडर का प्रावधान आगे चलाया जा रहा है सड़कों के निर्माण में करीब करीब करोड़ों रुपए की अत्यधिक राशि से खर्च किए जाएंगे. इसके पहले करीब करीब 8 सड़कों के निर्माण की मंजूरी की हरी झंडी मिल चुकी थी जिनका काम तीव्र गति से करवाया जा रहा है.
इसी शहर के सिविल लाइंस के कानपुर रोड से रोडवेज वर्कशॉप मिंटो मार्क होते हुए म्योर मोड 1.31 किलोमीटर बनाने वाली सड़क के लिए 16.57 करोड रुपए की अत्यधिक राशि का खाका तैयार किया गया है. मिली जानकारी के अनुसार इस करोड़ों रुपए की राशि आवंटित की जा चुकी है. इसी दौरान नुरुल्ला रोड अस्करी मार्केट रोड ब्लॉक सी और डी आवास परियोजना के तहत खदेरी नदी के पास तक 4.7 किलोमीटर दूरी तक लगभग बनने वाली सड़क पर 55.57 करोड रुपए की अत्यधिक राशि खर्च करने का भूमिका बनाया जा चुका है.
अब बदलेगी की शहर की सूरत, स्मार्ट और व्यवस्थित शहर
अब इसी बीच तीसरी सड़क टैगोर टाउन के जवाहरलाल नेहरू मार्ग से टैगोर मूर्ति होते हुए एलआईसी मार्ग टककारी 1. 53 किलोमीटर लंबा दूरी तय किया जा चुका है इस मार्ग की अगर बात करें तो लगभग लगभग 30.41 करोड रुपए की अत्यधिक राशि खर्च की जाने की कार्य योजना बनाई जा चुकी है इसी बीच में चौथी सड़क का कार्य निर्माण मीरापुर शौकत अली रोड से कल्याणी देवी मंदिर तक चिन्नांकन करके इस का रेखा खींचा जा चुका है. बताया जा रहा है कि इसकी दूरी लगभग लगभग करीब 1.3 किलोमीटर तय किया गया है.
अब टेंडर का प्रावधान विभागीय स्तर द्वारा चलाए जा रहा है 8 तमाम सड़कों का निर्माण कार्य तेजी से करवाया जा रहा है . अब सड़क निर्माण से लाखों लोगों को आने-जाने और वाहनों को सहूलियत मिल पाएगी. अब कुछ दिनों में सीख रही कुछ अन्य सड़कों की मंजूरी मिलने की संभावना राज्य सरकार द्वारा जताई गई है. सरकार के इस पहले से न केवल यातायात की समस्या में घटेगा अपितु शहर की सूरत भी बदल जाएगी कानपुर को एक स्मार्ट व्यवस्था वाला शहर के रूप की पहचान करने में आसानी प्राप्त होगी. शहरी सड़क की एक टीम जल्दी ही शहर का दौरा करेगी फिर उसके बाद इन सड़कों के निर्माण के लिए स्थल निरीक्षण करेंगी.