यूपी में 3104 करोड़ रुपए से बनेगी फोरलेन सड़क
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ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क, खर्च होंगे 3104 करोड़
ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क का मुख्य उद्देश्य यातायात की गति को बढ़ाना है. जब सड़क में चार लेन होती हैं. तो वाहनों के लिए पर्याप्त स्थान मिलता है. जिससे ट्रैफिक जाम और दुर्घटनाओं की संभावना कम होती है. यह सड़कें लंबी दूरी की यात्रा को आसान और तेज बनाती हैं. गाजीपुर से जमानिया होते हुए सैयदराजा (चंदौली) तक वर्तमान सड़क सात मीटर चौड़ी है, अत्यधिक ट्रैफिक की वजह से सड़क पर जाम की समस्या गंभीर है। एनएचएआइ (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) ने नया ग्रीनफील्ड हाईवे बनाने की कार्ययोजना स्वीकृत किया है. शहर में वरुणा नदी के दोनों छोर पर चौकाघाट से रिंग रोड तक करीब 14 किलोमीटर दो लेन एलिवेटेड सड़क निर्माण के लिए सर्वे कार्य को सफलता नहीं मिली है. मंडलायुक्त कौशलराज शर्मा ने एनएचएआइ से सर्वेे रिपोर्ट मांगी थी, लेकिन इंजीनियरों को सफलता नहीं मिल सकी.
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योजना और डिज़ाइन, सुरक्षा उपाय और सुविधाएं
ग्रीनफील्ड फोरलेन सड़क का निर्माण एक सकारात्मक विकासात्मक कदम है जो परिवहन के क्षेत्र में क्रांतिकारी बदलाव ला सकता है. यह सड़कें न केवल यात्रा को सुगम बनाती हैंए बल्कि आर्थिक और सामाजिक विकास में भी योगदान देती हैं. हालांकि इसके निर्माण के दौरान कई चुनौतियां आती हैं. लेकिन उचित योजना और सावधानी से इन समस्याओं का समाधान किया जा सकता है। यह सड़कें भविष्य में व्यापार. सुरक्षा और पर्यावरणीय दृष्टिकोण से एक नई दिशा तय करेंगी. करीब 41.54 किलोमीटर परियोजना 3104 करोड़ रुपये में पूर्ण की जाएगी, इसमें 1684 करोड़ से सड़क बनेगी जबकि बाकी धनराशि जमीन खरीदने में खर्च की जाएगी।
करीब 260 हेक्टेयर भूखंड खरीदनी होगी, इसके लिए 30 से अधिक गांवों के किसान प्रभावित होंगे. इस फोरलेन परियोजना के बनने के उपरांत गाजीपुर से चंदौली जाने के लिए वाहनों को बनारस नहीं आना होगा, वह इसी रास्ते चंदौली होते हुए बिहार की तरफ जा सकेंगे. डीपीआर (डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट) बनाने का कार्य शुरू किया गया है, जल्द ही जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू होगी. एनएचएआइ के प्रोजेक्ट डायरेक्टर प्रवीण कुमार कटियार ने बताया कि डीपीआर बनाने के लिए कहा गया है. शीघ्र ही प्रोजेक्ट के जरिए जनता को फायदा मिलेगा.