यूपी में बिजली विभाग एक्शन में, 300 से ज्यादे घरों पर पकड़ी गई बिजली चोरी

उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों में बिजली चोरी के खिलाफ बिजली विभाग ने ताबड़तोड़ छापेमारी अभियान चलाया है. इस दौरान कई स्थानों पर अवैध रूप से बिजली चोरी करते हुए लोगों को रंगे हाथ पकड़ा गया है. जिससे विभागीय अधिकारियों में हड़कंप मच गया है.
जिले में बिजली विभाग की ताबड़तोड़ छापेमारी
बिजली विभाग की इस सख्त कार्रवाई से बिजली चोरी करने वालों में हड़कंप मचा हुआ है. विभाग ने चेतावनी दी है कि भविष्य में भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी. और किसी भी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा. उत्तर प्रदेश के प्रयागराज जिले में पावर कारपोरेशन लिमिटेड के अधिकारियों ने मार्च से बिजली चोरी करने वालों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू किया. इसमें बिजली चोरी पकड़ने के साथ ही लोग वैध कनेक्शन का उपयोग करें, इसे लेकर भी जागरूक किया गया. एक मार्च से 14 अप्रैल तक चले अभियान के दौरान 367 घरों में कटियामारी पकड़ी गई, जबकि 241 लोगों को नया कनेक्शन दिया गया. 367 लोगों पर शमन शुल्क का निर्धारण करीब एक करोड़ रुपये हुआ है.
संभल जिले में भी बिजली विभाग ने बड़ी कार्रवाई की. नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी के आवास पर छापेमारी के दौरान. मीटर कटने के बावजूद खंभे से सीधी बिजली जलाते हुए अधिकारी को रंगे हाथ पकड़ा गया. इस मामले में बिजली विभाग ने बिजली चोरी का मामला दर्ज कर कार्रवाई की है. अभियान चलाने का असर यह हुआ कि बड़ी संख्या में लोगों ने आवेदन किया. डेढ़ माह के भीतर 241 लोगों को नया कनेक्शन दिया गया. जबकि अभी 400 से अधिक लोगों का आवेदन लंबित है, जिसे दो-तीन दिन में पूर्ण कर लिया जाएगा. मीटरों में शंट लगाने के मामले भी पकड़े गए. करेली में ही यह तीनों मामले पकड़ में आए। शंट से मीटर की गति बेहद धीमी हो जाती है. मसलन अगर किसी का बिजली का बिल प्रतिमाह 1000 रुपये आता है तो शंट लगाने पर वह 200 रुपये ही आएगा.
उत्तर प्रदेश में, कार्रवाई से हड़कंप
मेरठ और रामपुर जिलों में भी बिजली चोरी के खिलाफ अभियान चलाया गया. मेरठ के लिसाड़ी गेट इलाके में 244 घरों में छापा मारा गया. जिसमें 19 स्थानों पर बिजली चोरी पकड़ी गई। रामपुर में 440 कनेक्शनों की जांच के दौरान 65 स्थानों पर बिजली चोरी का मामला सामने आया. जिससे 42 लाख रुपये का राजस्व निर्धारित किया गया. शहर के सात डिवीजन में म्योहाल, बमरौली, रामबाग, करैलाबाग, कल्याणी देवी, टैगोर टाउन व नैनी शामिल हैं. सभी जगहों पर अभियान चला, लेकिन सबसे अधिक करैलाबाग डिवीजन के करेली में बिजली चोरी पकड़ी गई. एसडीओ राजवीर कटारिया ने 127 बिजली चोरी पकड़ी. इसमें 31 बाईपास के मामले थे.
गाजियाबाद के मोदीनगर क्षेत्र में बिजली विभाग की टीम ने पुलिस बल के साथ मिलकर भोजपुर गांव के विभिन्न स्थानों पर छापेमारी की. इस दौरान 254 से अधिक स्थानों पर जांच की गई. जिसमें चार स्थानों पर बड़ी बिजली चोरी पकड़ी गई. 20 से अधिक आरोपी कनेक्शन कटने के बावजूद बिजली का उपयोग करते पाए गए. इसके अलावा 40 बकायेदारों के मीटर उतारे गएए और कई स्थानों पर कटिया डालने का मामला सामने आया। कुल मिलाकर 11.10 लाख रुपये का राजस्व वसूला गया. बिजली चोरी और कटिया डालने वालों के खिलाफ एंटी थैफ्ट थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई गई है. 241 लोगों को दिया नया कनेक्शन, 07 डिवीजन की यह है स्थित करैलाबागः173, बमरौलीः 72, नैनी: 35, टैगोर टाउन: 27, कल्याणी देवी: 22, रामबाग: 20 म्योहाल: 18