यूपी के इस जिले में बढ़ने वाले हैं सर्किल रेट, दीपावली से पहले महंगी होगी जमीन

हर तरह की जमीन पर बढ़ेगा असर
प्रशासन द्वारा कृषि, व्यवसायिक और आवासीय सभी प्रकार की भूमि के सर्किल रेट बढ़ाने की तैयारी शुरू कर दी है. 6 अक्टूबर को हुई बैठक में इस पर विस्तृत चर्चा हुई, जिसके बाद राजस्व विभाग की टीमों को क्षेत्रवार जिम्मेदारियां दी गईं. एडीएम (एफआर) डॉ. पंकज कुमार वर्मा ने इस विषय पर जानकारी देते हुए बताया कि अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सर्वे जल्द से जल्द पूरा किया जाए जिससे रिपोर्ट समय पर जिला मुख्यालय को भेजी जा सके.
बाजार दर और सर्किल रेट का अंतर होगा तय
सर्वे में यह जांच की जा रही है कि जमीनों के मौजूदा बाजार भाव और सर्किल रेट के बीच कितना अंतर है. इस अंतर की रिपोर्ट तैयार कर जिला प्रशासन को भेजी जाएगी. इसके बाद नए सर्किल रेट का प्रस्ताव जारी होगा, जिस पर आम नागरिकों से आपत्तियां मांगी जाएंगी. आपत्तियों के निस्तारण के बाद अंतिम दरें लागू कर दी जाएंगी.

सीमावर्ती इलाकों पर भी रहेगा विशेष ध्यान
इस बार प्रशासन ने यह भी तय किया है कि अन्य जिलों की सीमा से सटे क्षेत्रों के सर्किल रेट का मिलान किया जाएगा. दोनों जिलों के रेट में अगर ज्यादा अंतर पाया गया तो उसे कम करने की दिशा में कदम उठाए जाएंगे. इसका उद्देश्य है कि जमीन की कीमतों में समानता बनी रहे और बाजार में असंतुलन न हो.
दीपावली से पहले लागू होंगी नई दरें
अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि सर्वे और रिपोर्ट का काम तय समय में पूरा किया जाए जिससे दीपावली से पहले नए सर्किल रेट लागू किए जा सकें. जैसे ही नए रेट लागू होंगे, मथुरा में भूमि की कीमतें और ऊपर जाने की संभावना है.
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।