यूपी के इस Expressway को लेकर बड़ा अपडेट, प्राइवेट कंपनी को मिली ज़िम्मेदारी

यूपी के इस Expressway को लेकर बड़ा अपडेट, प्राइवेट कंपनी को मिली ज़िम्मेदारी
Expressway (1)

नोएडा मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन दिल्ली-एनसीआर के लोगों के लिए एक प्रोजेक्ट की तैयारी कर रहा है जिसे तीन साल में बनाने का प्लान है, इसके चलते एरोसिटी से कालिंदी कुंज तक 5 किलोमीटर की गोल्डन लाइन मेट्रो विस्तार की योजना है, जिसमें दो स्टेशन जोड़े जाएंगे। इससे एयरपोर्ट कनेक्टिविटी को बढ़ावा मिलेगा और मैजेंटा लाइन से जोड़ा जाएगा।

नोएडा एयरपोर्ट से दिल्ली एयरपोर्ट तक सीधी मेट्रो

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट मेट्रो प्रोजेक्ट अभी छह साल दूर है, लेकिन यात्रियों को तेजी से राहत पहुंचाने के लिए कालिंदी कुंज विस्तार को अहमियत दे रहा है एक बार मंजूरी मिलने के बाद यह पहल यात्रियों के लिए एक गेम चेंजर साबित होगी। मैजेंटा लाइन, जो पहले से ही जनकपुरी पश्चिम से कालिंदी कुंज होते हुए बॉटेनिकल गार्डन तक चलती है, इस लाइन में 15 अंडरग्राउंड और 10 एलिवेटेड स्टेशन समेत 25 स्टेशन हैं, जो इस क्षेत्र के लिए एक अहम ट्रांसपोर्टेशन कॉरिडोर के रूप में काम करते हैं। नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस-वे दोनों शहर की दूरी ही कम नहीं करता, बल्कि नोएडा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट की सीधी कनेक्टिवटी भी है। प्रदेश का शो विंडो होने नाते शहर दिल्ली से आगरा, लखनऊ तक सीधे जोड़ता है। यहां से रोजाना 10 लाख वाहनों का आवागमन होता है, जिसमें अधिकांश विदेशी प्रतिनिधि एक्सप्रेस-वे के रास्ते आने जाने का अधिक प्रयोग करते हैं। इसका सुंदरीकरण प्रदेश की छवि को दर्शाता है, लेकिन उद्यान विभाग में तैनात अधिकारी इस बात को समझ नहीं पा रहे हैं। प्राधिकरण सीईओ डॉ. लोकेश एम ने सिविल विभाग को निर्देशित किया है कि नोएडा ग्रेनो एक्सप्रेसवे व कालिंदीकुंज तक सड़क का रखरखाव व सुंदरीकरण करने के लिए नई कंपनी चयन को रिक्वेस्ट फॉर प्रपोजल जारी किया जाए, जिससे नई कंपनी का चयन हो सके।

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अब प्राइवेट कंपनी को मिली ये जिम्मेदारी

तमाम बड़े आयोजनों पर नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेसवे पर प्राधिकरण अधिकारियों को बहुत अधिक माथापच्ची करनी पड़ती है। इसलिए अब प्राधिकरण अधिकारियों ने इसका स्थाई निदान निकालने की दिशा में काम शुरू कर दिया है। नगर निगम व एनडीएमसी की तर्ज पर अब सुंदरीकरण व रखरखाव का काम एक अलग कंपनी से कराने का निर्णय लिया है, इस कार्य को प्राधिकरण के उद्यान विभाग से पूरी तरह से हटा लिया गया है। इस समस्या का स्थाई हल निकल सके। चयनित कंपनी को नोएडा में 22.5 किमी लंबे नोएडा-ग्रेनो एक्सप्रेस-वे दोनों तरफ उद्यान संबंधित सुंदरीकरण का काम करना होगा। कंपनी को यह कार्य एक साल के लिए अवार्ड किया जाएगा। बेहतर प्रदर्शन करने पर इसे नवीनीकरण किया जाएगा। अन्यथा दोबारा से आरएफपी जारी की जाएगी। कंपनी एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर ग्रीन बेल्ट, फसाड लाइट, फाउंटेन, एक्सप्रेस के किनारों पर लैंड स्केपिंग, म्यूरलस, कर्व स्टोन, थर्माेप्लास्टिक पेंट आदि का कार्य करेगी। उन्होंने बताया कि सेक्टर-125 के आगे एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर सुंदरीकरण काफी कम है। एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश का महत्वपूर्ण लिंक रोड है, जिससे गुजरने वाले डेलीगेट को लगना चाहिए कि वह ऐसे राज्य में प्रवेश कर रहे हैं, जो स्वच्छता, निवेश और सामरिक क्षमता से भरा हुआ है। यह तभी संभव है जब एक्सप्रेस-वे के दोनों ओर आकर्षण को बढ़ाया जाए। इसके लिए कंपनी का चयन किया जाएगा। जो कंपनी अपनी कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत करेगी, पंसद आने पर उसको धरातल पर उतारा जाएगा।

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