उत्तर प्रदेश स्थित मेरठ से प्रयागराज के बीच गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण तेजी से चल रहा है. दिसंबर में यहां यातायात शुरू करने का लक्ष्य है. यह एक्सप्रेसवे इटावा के पास आगरा-लखनऊ एक्सप्रेसवे से जुड़ेगा. शासन ने 92 किलोमीटर को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. आगरा-लखनऊ को गंगा एक्सप्रेसवे से जोड़ने के लिए बनने वाले लिंक एक्सप्रेसवे का रूट फाइनल हो गया है. यह लिंक एक्सप्रेसवे इटावा के कुदरैल गांव से शुरू होकर फर्रुखाबाद होते हुए हरदोई के कौस्या गांव में खत्म होगा.
इसकी लंबाई करीब 92 किलोमीटर होगी. इसके बनने के बाद मेरठ से प्रयागराज के साथ ही लखनऊ और पूर्वांचल के अन्य जिलों में आने-जाने वाले लोग कम समय में अपना सफर पूरा कर सकेंगे. लिंक एक्सप्रेसवे के लिए यूपीडा ने शासन को तीन रूट प्रस्तावित किए थे. इसमें शासन ने 92 किलोमीटर के सबसे छोटे रूट को सैद्धांतिक मंजूरी दे दी है. यूपीडा अधिकारियों के मुताबिक लिंक एक्सप्रेसवे के लिए जल्द ही बिडिंग शुरू होगी. राज्य सरकार की योजना कुंभ से पहले मेरठ से प्रयागराज तक बन रहे गंगा एक्सप्रेसवे को शुरू करने की है.
मेरठ से प्रयागराज का सफर सिर्फ 6 घंटे में
मेरठ से प्रयागराज तक बनने वाला गंगा एक्सप्रेसवे महाकुंभ 2025 से पहले शुरू हो जाएगा. यूपीडा अधिकारियों के मुताबिक इस एक्सप्रेसवे पर इसी साल दिसंबर तक यातायात शुरू हो जाएगा. इस एक्सप्रेसवे के बनने से मेरठ से प्रयागराज का सफर सिर्फ 6 घंटे में पूरा हो जाएगा. अभी तक इस सफर में 10 से 12 घंटे लगते हैं. इस एक्सप्रेसवे के बनने से राजधानी दिल्ली और उत्तर प्रदेश के अन्य हिस्सों से कुंभ में शामिल होने आने वाले लोगों को फायदा होगा. एक्सप्रेसवे पर कुल 1481 स्ट्रक्चर यानी छोटे-बड़े पुल और आरओबी बनाए जाने हैं. इसमें से 1085 स्ट्रक्चर का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है.