यूपी में सर्किल रेट को लेकर बड़ी खबर, मुख्यमंत्री ने दिए सख्त निर्देश
संपत्ति की रजिस्ट्री कराने के लिए स्टांप ड्यूटी के निर्धारण से लेकर मुआवजा तय करने का आधार डीएम सर्किल रेट ही होता
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देश में विकास और निर्माण के साथ ही हर शहर में तेजी से विकास हो रहा है। इसी के साथ ही यहां की जमीनों के बाजार मूल्य में भी जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। जमीन के रेट जो पहले सामान्य थे। अब आसमान छू रहे हैं। इस बीच यूपी में सर्किल रेट में भी संशोधन की प्रक्रिया चल रही है।
सर्किल रेट में होगा बदलावए कीमतें घटेंगी या बढ़ेंगी, यहां जानिए

सर्किल रेट में बदलाव का एक बड़ा लाभ उन किसानों को भी मिलेगा
विदित हो कि संपत्ति की रजिस्ट्री कराने के लिए स्टांप ड्यूटी के निर्धारण से लेकर मुआवजा तय करने का आधार डीएम सर्किल रेट ही होता है। पुनरीक्षण से सर्किल रेट के बढ़ने पर जहां संपत्ति की खरीद-फरोख्त करने वालों को रजिस्ट्री कराने पर ज्यादा स्टाम्प ड्यूटी देनी होगी। वहीं, सरकार द्वारा जमीन का अधिग्रहण करने पर संबंधित व्यक्ति को कहीं ज्यादा मुआवजा मिल सकेगा। सर्किल रेट में बदलाव का एक बड़ा लाभ उन किसानों को भी मिलेगा। जिनकी जमीनें विकासात्मक परियोजनाओं के लिए अधिग्रहित की जा रही हैं। नई दरों के अनुसार, इन किसानों को मुआवजे के रूप में अधिक राशि मिलेगी। जो उनके लिए फायदेमंद साबित होगीं। नए सिरे से तय किए गए मानकों के अनुसार, जिलाधिकारी सर्किल रेट का पुनरीक्षण करते हुए निर्धारण करेंगे। वैसे तो सामान्यतः प्रतिवर्ष सर्किल रेट का पुनरीक्षण होना चाहिए, लेकिन कई जिलों में पिछले तीन-चार वर्षों से सर्किल रेट का पुनरीक्षण नहीं हुआ है। कुछ जिले तो ऐसे भी हैं, जहां पिछले सात-आठ वर्षों से सर्किल रेट यथावत है। इस पूरी प्रक्रिया के बाद अयोध्या में जमीनों के बाजार में बड़ी हलचल देखने को मिलेगी। सर्किल रेट बढ़ने से जमीनों की कीमतों में इजाफा होगा। जिससे न सिर्फ खरीदारों पर आर्थिक बोझ बढ़ेगा, बल्कि उन लोगों के लिए भी चुनौती होगी जो यहां निवेश करना चाहते हैं। देश का तेजी से हो रहा विकास और निर्माण इसे निवेशकों के लिए एक प्रमुख स्थल बना रहा है। ऐसे में सर्किल रेट का संशोधन और बाजार में आने वाला उछाल भविष्य में और भी बड़े बदलावों का संकेत दे रहा है।
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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।