यूपी के इन 10 रूटों के रेलवे ट्रैक पर बिछेंगे कवच, नई रेलवे लाइन पर काम तेज
एनईआर में दौड़ेंगी हाईस्पीड ट्रेनें
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पूर्वोत्तर रेलवे करोड़ रुपये का बजट आवंटित किया गया है। यह पिछले बजट के मुकाबले भले ही कम है लेकिन इस बार नई रेल लाइन और यात्री सुविधाओं के मद में इजाफा किया गया है। इस बार एनईआर में पूरा जोर ट्रेनों की रफ्तार बढ़ाने पर है। यात्री सुविधाओं में पिछली बार की तुलना में डेढ़ गुना से अधिक करोड़ रुपये बजट का आवंटन किया गया है।
एनईआर में दौड़ेंगी हाईस्पीड ट्रेनें
पटरियों पर लगेंगे सुरक्षा कवच
रेलवे का बजट अब अलग से जारी नहीं होता है। इसके केंद्रीय बजट में सम्मिलित कर दिया गया है। लेकिनए रेलवे के मद में कितना बजट किस जोन को मिला है और क्या.क्या काम होंगे इसकी जानकारियां रेलवे के पिंक बुक के जरिए मिलेगी। सप्ताह भी में पिंक बुक जारी किए जाने की संभावना है। भारतीय रेल पर संरक्षा के मद में बजट के रूप में 1,16,514 करोड़ रुपये का आवंटन किया गया। रोड ओवर ब्रिज/रोड अंडर ब्रिज के लिए 7,000 करोड़ का बजट मिला है। ट्रैक रिन्यूवल के लिए 22,800 करोड़ और नई लाइन निर्माण के लिए 32,235.24 करोड़ का आवंटन किया गया है। आमान परिवर्तन कार्य के लिए 4,550 करोड़, दोहरीकरण, तीसरी/चौथी लाइन निर्माण के लिए 32,000 करोड़ रुपये का बजट मिला है। खान-पान की गुणवत्ता में सुधार के लिए 600 बेस किचन चालू किए जा रहे हैं। 50 नमो भारत ट्रेन, आधुनिक सुविधाओं से युक्त 100 गैर वातानुकूलित अमृत भारत ट्रेनों तथा 200 वंदे भारत ट्रेनों का निर्माण किया जा रहा है। गोरखपुर जं. स्टेशन के पुनर्विकास का कार्य तीन वर्षों में पूरा कर लिया जाएगा। गोरखपुर जं. रेलवे स्टेशन पर नए फुट ओवर ब्रिज का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। आठ महीने में एफओबी बनकर तैयार हो जाएगा। कुछ तकनीकी दिक्कतें थी जिसे दूर करा लिया गया है। अब काम शुरू हो गया है। कवच प्रणाली को स्थापित करने के लिए पहले ऑप्टिकल फाइबर बिछाकर नेटवर्क को कनेक्ट करना जरूरी है। इसलिए ऑप्टिकल फाइबर बिछाने और ऑटोमेटिक सिग्नल प्रणाली का काम तेजी से चल रहा है। अन्य विकास परियोजनाओं के बारे में बताया कि गोरखपुर स्टेशन समेत अमृत भारत योजना के तहत चयनित अन्य स्टेशनों पर तेजी से विकास कार्य हो रहा है। सहजनवा-दोहरीघाट, घुघली-महराजगंज-आनंदनगर तथा खलीलाबाद-बहराइच नई लाइन का काम तीन फेज में कराया जाएगा। बजट में सभी परियोजनाओं के लिए धन मिला है। सहजनवां-दोहरीघाट में पहले फेज में सहजनवां से बांसगांव तक काम होगा। 50 प्रतिशत से ज्यादा भूमि का अधिग्रहण कर लिया गया है।
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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।