यूपी के इस शहर में बनेगा नई ग्रीनफील्ड सड़क, मिलेगा आर्थिक विकास को बढ़ावा
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यूपी सरकार ने गंगा नदी के किनारे एक नए ग्रीन फील्ड सड़क बनाने की निर्देश दिया है इस योजना के तहत राज्य के प्रमुख जिलों को सीधे तौर से लाभ अब मिल पाएगा. नये मार्ग बनने से इन जिलों के बीच यात्रा के समय में कमी आएगी. इस निर्माण के द्वारा व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि होगी और रोजगार के नए अवसर का उदय होगा. गंगा के किनारे विकसित होने वाली सड़क धार्मिक और संस्कृति पर्यटन को अवसर मिलेगा.
सरकार की नई पहल बनेगा ग्रीन फील्ड सड़क
यूपी के वाराणसी जिले में बनारस से प्रयागराज तक सफर करने के लिए वर्तमान समय में 6 लेन सड़क उपलब्ध है. अब इस सड़क पर ट्रैफिक की संख्या अत्यधिक हो गई है सड़कों का लोड दिन प्रतिदिन बढ़ते जा रही है. इसको लेकर कई बार यात्रियों को जाम की समस्या से परेशानियां झेलने पड़ती है. राजमार्ग और सड़क परिवहन मंत्रालय ने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को वैकल्पिक मार्ग बनाने के लिए दिशा निर्देश दिया है. मिर्जापुर से बनारस की ओर आते हुए प्रयागराज तक गंगा के किनारे ग्रीन फील्ड सड़क बनाने के लिए कवायद शुरू हो चुकी है.
इस निर्माण कार्य में निरीक्षण भी लगातार किया जा रहा है डीपीआर बनाकर तैयारी की जा रही है इसमें 160 किलोमीटर सड़क काफी हद तक बिहार झारखंड और बंगाल के कई राज्यों में आने जाने वाले मुसाफिरों को सुविधा मिलेगी. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण इस योजना की व्यवहारिकता से जांच लगातार कर रही है. इस निर्माण कार्य के दौरान चुनौतियां, योजना की संभाव्यता, जोखिमों और विश्लेषण के अलावा उद्देश्य आर्थिक लाभों का मूल्यांकन किया जाएगा. एलाइनमेंट तय करने के लिए जीआईएस, सिमुलेशन सॉफ्टवेयर, थीयोडोलाइट, जीपीएस, इस निर्माण कार्य के दौरान उपकरण का उपयोग किया जाएगा.
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आर्थिक विकास और पर्यटन को बढ़ावा
विभाग की टीम आगे बताया नए सिरे से ट्रैफिक लोड की जांच में कोई भी लापरवाही नहीं बढ़ती जाएगी. चारों जिलों के मध्य गंगा के रास्ते कितने लोग आवाजाही के लिए बेताब है. इस दौरान यह योजना बनाई गई सड़क को दो लेन बनाया जाए या फोरलेन. भारतीय राष्ट्रीय राज्यमार्ग प्राधिकरण पूर्वी क्षेत्र के क्षेत्रीय अधिकारी एसके आर्य ने कहा इसे लेकर मंत्रालय ने डीपीआर की मांग की है. जिसको लेकर इस दिशा में कार्य शुरू हो चुका है करीब एक वर्ष में डीपीआर को अंतिम रूप दिए जाने सुनिश्चित किया है.
इस आकलन के बाद तब कुछ कहा जा सकता है. प्रयागराज जिले से भदोही, मिर्जापुर होते हुए सड़क को रामनगर के मल्टीमाडल टर्मिनल तक भी जोड़ा जाएगा. यह लगभग 6 वर्ष से वाराणसी से हल्दिया तक राष्ट्रीय जलमार्ग विस्तार देने का कार्य किया जा रहा है. पूर्वोत्तर भारत से दक्षिण भारत तक माल ढुलाई के लिए निबार्ध गलियारा विकसित हो रहा है. इस मल्टी मॉडल लॉजिस्टिक्स पार्क बनाने की तैयारी है इस परियोजना को धरातल पर उतरने के बाद हाईवे और जल मार्ग का संयोजन देखने को मिलेगा. सरकार की इस परियोजना से चारों जिलों के सैकड़ो गांव और नगरीय इलाके भी प्रभावित हो सकते हैं इसके लिए प्रस्तावित मार्ग के आसपास की जमीनों का विवरण धीरे-धीरे करके जूता जा रहा है.