यूपी के इस जिले में हाईवे निर्माण को लेकर बड़ा फैसला, खर्च होंगे करोड़ों रुपए

फोर लेन निर्माण को मिल सकती है हरी झंडी
उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पिछले कई सालों से जी राष्ट्रीय राजमार्ग के चार लेंन होने का इंतजार किया जा रहा था. अब उसको लेकर भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने कार्य को तीव्र गति के साथ प्रारंभ किया है प्राधिकरण ने निजी कंसल्टेंट कंपनी से पूरा खाका बनवाया तथा फिर उसका अध्ययन करने के बाद सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय को भेज दिया है अब इस बार चार लेन सड़क के निर्माण हो जाने से लखनऊ से बाराबंकी तथा बाराबंकी से बहराइच, रुपईडीहा जाने वाली वाहनों को गति तीव्र गति के साथ मिलेगी तथा सफर सुहाना हो जाएगा 101 किलोमीटर चालान सड़क निर्माण करने का सबसे अधिक फायदा नेपाल जाने वाले भारी वाहनों को भी मिलेगा.
अब भविष्य में ट्रैफिक लोड अगर बढ़ता है तो कई सालों तक कोई ट्रैफिक से जुड़ी समस्या नहीं होने वाली इस पूरे प्रोजेक्ट पर 7350 करोड रुपए भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण खर्च करेगा अब इसके निर्माण में कम से कम 3 साल लग सकते हैं. प्रोजेक्ट बड़ा होने की वजह से इसको दो पैच में बनाया जाएगा. अब इस कड़ी में चार लाइन निर्माण हो जाने से हजारों वाहन आगामी कई दशकों तक आराम से चल पाएंगे अब वही हजारों से अधिक वालों का लोड राष्ट्रीय राजमार्ग पर होगा तो उसे समय राष्ट्रीय राजमार्ग को 6 लेन निर्माण की जरूरत होगी.
करोड़ों रुपए खर्च होंगे निर्माण कार्य में
आज भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के सभी अधिकारियों ने कहा है कि पहला पेज बाराबंकी से मुस्तफाबाद तक निर्माण किया जाएगा तथा फिर मुस्तफाबाद से बहराइच के बीच निर्माण का खाका खींचा जाएगा जिसमें खास बात यह है कि नया डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट में चार लाइन सड़क के दोनों तरफ 7 मीटर की सर्विस लेन भी होगी. अब इस सर्विस लेने के निर्माण होने से स्थानीय लोगों को सबसे अधिक सहूलियत होगी इन्हें राजमार्ग पर पड़ने वाले काशन और ग्रामीण क्षेत्र से कुछ स्थानों पर कनेक्ट भी कर दिया जाएगा
जिसका उद्देश्य यह होगा कि अधिक से अधिक लोग इस राष्ट्रीय राजमार्ग का लाभ उठा पाए इस पूरे प्रस्ताव को अगस्त 2025 में ही मोर्थ को भेजा गया है अब भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के तमाम अफसर ने कहा है कि इससे पहले वाला प्रस्ताव जनवरी 2025 में भेज दिया गया था जिसमें सर्विस रोड नहीं थी तथा चार लेन सड़क का प्रोजेक्ट 6000 करोड रुपए का था. इन अधिकारियों के अनुसार बहराइच राष्ट्रीय राजमार्ग पर हल्के और भारी वाहनों की संख्या हर 6 महीने में लगातार तेजी से वृद्धि कर रही है भारी वाहन 12000 के आसपास भी चलते हैं ऐसे में राजमार्ग पर कर लेने की आवश्यकता लंबे समय से महसूस की जा रही थी.
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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।