यूपी में बनेगा 4 नया बाईपास, 1200 किसानों से होगा भूमि अधिग्रहण

एक नजर में परियोजना
इसके लिए शासन से स्वीकृति पहले ही मिल चुकी है। पैकेज-वन में मथुरा से हाथरस, दूसरे में हाथरस से कासगंज, तीसरे में कासगंज से बदायूं व पैकेज-फोर में बदायूं से बरेली तक निर्माण किया जाना है। इसमें बरेली के रामगंगा तिराहे के पास प्रस्तावित रिंग रोड से बदायूं बाइपास तक 38.5 किमी. तक फोरलेन निर्माण किया जाना है। परियोजना के तहत ही चार बाइपास भी बनाए जाने हैं।
बरेली से मथुरा-आगरा तक बनेगा फर्राटेदार फोरलेन
बरेली से बदायूं होते हुए आगरा और मथुरा जाने वालों का सफर अब आसान होने वाला है भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण, बदायूं बरेली पैकेज 38.5 कि.मी के लिए 87 हेक्टेयर भूमि के अधिग्रहण की तैयारी शुरू कर दी है। शासन ने बरेली से बदायूं होकर आगरा व मथुरा तक चार अलग-अलग पैकेज में 216 किमी लंबा फोरलेन स्वीकृत किया है। परियोजना के तहत तीन पैकेज में काम शुरू भी कर दिया गया है। अब पैकेज फोर (बदायूं से बरेली-38.5 किमी लंबाई) के लिए भी कवायद शुरू कर दी है। एनएचएआइ ने बदायूं व बरेली जिलों के विशेष भूमि अध्याप्ति अधिकारियों से भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया में तेजी से पहल करने को लेकर पत्र लिखा है।
मुआवजे से 1200 किसान बनेंगे करोड़पति
एनएचएआइ अधिकारियों के अनुसार पैकेज फोर में 1,200 से अधिक किसानों से 87 हेक्टेयर भूमि अधिग्रहीत की जानी है। इसके लिए अक्टूबर में ही केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने 1,527 करोड़ रुपये की धनराशि जारी कर दी है। परियोजना के तहत 530-बी पर पैकेज फर्स्ट आगरा व अन्य तीन पैकेज का काम बदायूं एनएचएआइ की ओर से किया जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि दिसंबर के आखिरी सप्ताह से पहले भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। शासन इसके लिए पहले ही स्वीकृति दे चुका है। बता दें कि शासन ने बरेली से बदायूं होकर आगरा-मथुरा तक चार अलग.अलग खंडों में कुल 216 कि.मीण् लंबा फोरलेन हाईवे स्वीकृत किया है। इसमें तीन खंडों पर काम शुरू भी हो चुका है। चौथा खंड जो बदायूं से बरेली तक 38.5 कि.मी लंबा है उसके लिए भूमि अधिग्रहण की कार्यवाही शुरू हो चुकी है।
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शम्भूनाथ गुप्ता पिछले 5 वर्षों से सक्रिय पत्रकारिता में हैं। 'मीडिया दस्तक' और 'बस्ती चेतना' जैसे प्लेटफॉर्म पर न्यूज़ और वीडियो एडिटिंग टीम में अपनी सेवाएं दे चुके हैं। न्यूज़ प्रोडक्शन और डिजिटल कंटेंट निर्माण में गहरा अनुभव रखते हैं। वर्तमान में वे 'भारतीय बस्ती' की उत्तर प्रदेश टीम में कार्यरत हैं, जहां वे राज्य से जुड़ी खबरों की गंभीर और सटीक कवरेज में सक्रिय भूमिका निभा रहे हैं।