यूपी के इस जिले में बनेगा 3 लेन वाला पुल और एलिवेटेड रोड
भरौली बक्सर में 3 लेन के पुल को निर्मित कराने के लिए कई कंपनियों ने बोली लगाई है
उत्तर प्रदेश में स्थित बलिया और बिहार के बीच बेहतर कनेक्टिविटी के लिए गंगा नदी पर भरौली बक्सर के मध्य प्रस्तावित 3 लेन के नए पुल की डिजाइन में एनएचएआई ने फिर से परिवर्तन किया है। इस पुल के निर्माण के लिए तीसरी बार संशोधित अंतरराष्ट्रीय टेंडर जारी किया गया है। इस पुल के साथ-साथ एक एलिवेटेड रोड भी बनेगा, जिसकी कुल लंबाई 3.3 किलोमीटर होगी। नए पुल के निर्माण में 445.32 करोड़ रुपये खर्च होने की संभावना है। इस परियोजना के लिए 6 कंपनियों ने अपनी रुचि दिखाई है।
एनएचएआई के नवीनतम योजना के मुताबिक, भरौली और बक्सर के मध्य 3 लेन का नया पुल पुराने 2 लेन के पुल, जिसे वीर कुंवर सिंह सेतु के नाम से जाना जाता है, के निकट दक्षिण दिशा में बनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि पुराने पुल के उत्तर में एक नया पुल का निर्माण किया गया था, जिसे 17 मई 2023 को आम जनता के लिए खोला गया था। इस नए 3 लेन के पुल के निर्माण में भरौली छोर पर ए ग्रेड रोटरी का निर्माण किया जाएगा, जो जमीन की सतह से ऊपर एक गोलंबर के रूप में होगा। यह नई संरचना न केवल यातायात को सुगम बनाएगी, बल्कि क्षेत्र के विकास में भी महत्वपूर्ण योगदान देगी।वाहन इस नए गोलंबर को पार करते हुए आगे की ओर बढ़ेंगे। वर्तमान में चालू पुल भी बक्सर में इस रोटरी से सीधे जुड़ जाएगा। नई योजना के तहत, गाजीपुर, बलिया या करीमुद्दीनपुर की दिशा से आने वाले वाहन भरौली गोलंबर से पहले ही ऊपरी सड़क पर चढ़ जाएंगे। इसके पश्चात, ये वाहन भरौली में बन रहे ऊपरी गोलंबर के माध्यम से सीधे गंगा पुल तक पहुंचेंगे।
भरौली गोलंबर पर यातायात ट्रैफिक जाम की समस्या समाप्त होगी, जिससे आसपास के ग्रामीणों को काफी सुविधा मिलेगी। हाल ही में किए गए इस परिवर्तन के पश्चात, गंगा नदी पर बने दूसरे पुल के उत्तर प्रदेश छोर का संपर्क मार्ग भी पूरी तरह से ऊपरी स्तर पर विकसित किया जाएगा। इससे सतह पर बने मौजूदा संपर्क मार्ग की उपयोगिता खत्म हो जाएगी।
इसके अलावा, तीसरे पुल का संपर्क मार्ग भी ऊपरी स्तर पर होगा, जो पहले पुल के संपर्क मार्ग के ठीक ऊपर से गुजरेगा। इस नई योजना के तहत, यातायात की सुगमता में वृद्धि होगी और स्थानीय निवासियों के लिए यात्रा करना और भी आसान हो जाएगा।
बिहार के बक्सर में हाल ही में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया, जिसमें जिले के डीएम अंशुल अग्रवाल और सदर एसडीओ धीरेंद्र मिश्र ने एनएचएआई के अधिकारियों के साथ मिलकर तीसरे पुल के निर्माण से उत्पन्न होने वाली यातायात समस्याओं पर चर्चा की। इस बैठक में बक्सर गोलंबर पर बढ़ते ट्रैफिक और यातायात व्यवस्था में आने वाली चुनौतियों पर विशेष ध्यान दिया गया।
डीएम अंशुल अग्रवाल ने सुझाव दिया कि पुल से आने वाले वाहनों को एक एलिवेटेड रोड के माध्यम से सीधे अहिरौली से आगे एनएच 922 पर उतारा जाए। इस पर एनएच के अधिकारियों ने आश्वासन दिया कि वे इस प्रस्ताव पर गंभीरता से विचार करेंगे और जल्द ही एक ठोस योजना प्रस्तुत करेंगे।
एनएचएआई ने बक्सर में 3 लेन वाले नए पुल को निर्मित कराने के लिए पिछले साल मार्च में पहली बार टेंडर जारी किया था। इस परियोजना में एनएचएआई के पटना जोन द्वारा पटना-बक्सर एनएच 922 का विस्तार किया जाना शामिल है, जो बक्सर में इस नए पुल के साथ पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे के दक्षिणी अंतिम छोर पर हैदरिया तक जाएगा। एनएचएआई की इस योजना का उद्देश्य बक्सर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में संपर्क को बेहतर बनाना है, जिससे स्थानीय निवासियों और व्यापारियों को लाभ होगा।
एनएचएआई के आजमगढ़ क्षेत्र के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जुड़ने वाले नए ग्रीनफील्ड हाईवे और 17.2 किलोमीटर लंबे भरौली गोलंबर, बक्सर को करीमुद्दीनपुर के निकट पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जोड़ने का काम जून तक पूरा होने की आशंका है। इस नई योजना के चलते हैदरिया स्पर की आवश्यकता समाप्त हो गई है, जिससे एनएचएआई ने अपने विकास कार्यों में संशोधन करते हुए हैदरिया स्पर के निर्माण की योजना को स्थगित करने का निर्णय लिया है। अब केवल 3 लेन के पुल का निर्माण किया जाएगा, जो इस क्षेत्र के यातायात को सुगम बनाएगा।
भरौली बक्सर में 3 लेन के पुल को निर्मित कराने के लिए कई कंपनियों ने बोली लगाई है। इस परियोजना में एसपी सिंगला कंस्ट्रक्शन के अलावा सीगल इंडिया, अशोका बिल्डकान, एएससी इन्फ्राटेक, जीपीटी इंफ्रा प्रोजेक्ट और कालू वाला कंस्ट्रक्शन कंपनी शामिल हैं।
जैसे ही टेंडर प्रक्रिया पूरी होगी, पुल को निर्मित कराने का कार्य शुरू हो जाएगा। यह पुल क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा और यातायात को सुगम बनाने में मदद करेगा। अधिकारियों का कहना है कि पुल का निर्माण जल्दी ही शुरू होगा, जिससे स्थानीय लोगों को लाभ होगा।