गोरखपुर में बनेगी 81 KM लंबी रेल लाइन, 47 गांव जुड़ेंगे – 12 स्टेशन और 58 पुल होंगे तैयार

रेल लाइन की कुल लंबाई
यह नई रेल लाइन 81.17 किलोमीटर लंबी होगी और इसे 3 चरणों में पूरा करने की योजना बनाई गई है. पहले चरण में सहजनवा से बांसगांव तक 32.95 किलोमीटर ट्रैक बिछाने का लक्ष्य रखा गया है, जिसे वर्ष 2027 तक पूरा करने की तैयारी है.
गोला तहसील में अधिग्रहण की लिस्ट
दूसरे चरण में गोला तहसील के कई गांवों की जमीन ली जा रही है. इसमें धड़ारी, बरियार, इटौरा बुजुर्ग, गौरखास, हरपुर, बाथ बुजुर्ग, नेवादा और देवरीबारी समेत 47 गांवों को प्रमुख रूप से शामिल किया गया हैं. यहां के किसानों से बातचीत कर उन्हें मुआवजा देने की प्रक्रिया भी जल्द पूरी होगी.
निर्माण कार्य की शुरुआत
सहजनवा क्षेत्र में रेल लाइन बिछाने की तैयारी जमीनीस्तर पर उतर चुकी है. फोरलेन हाईवे के ऊपर से रेलवे पुल को निर्मित कराने का काम शुरू किया गया है, जिसके लिए डायवर्जन और नई सर्विस लेन तैयार हो रही है. लगभग 900 मीटर लंबी सर्विस लेन और नाली निर्माणाधीन हैं. वहीं पिपरौली इलाके में मिट्टी भराई का काम तेजी से किया जा रहा है.
वैकल्पिक मार्ग से यात्रियों को लाभ
नई लाइन के निर्मित होने के बाद गोरखपुर से लखनऊ और वाराणसी की ओर जाने वाली ट्रेनों को एक अतिरिक्त रूट मिल जाएगा. इससे रेल यातायात का दबाव कम होगा और यात्रियों को सुगम व तेज यात्रा सुविधा उपलब्ध हो सकेगी.
पुल और स्टेशन का रूपरेखा तैयार
इस रूट पर 11 बड़े पुल, 47 छोटे पुल और कुल 12 स्टेशन का निर्माण किया जाएगा. इनमें 4 छोटे हाल्ट स्टेशन और 7 क्रॉसिंग स्टेशन होंगे. रेलवे के अनुसार, पूरी परियोजना पर करीब 1320 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे. सरयू नदी पर एक विशाल पुल भी इसी योजना का हिस्सा है, जो दोहरीघाट क्षेत्र को जोड़ने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा.
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शोभित पांडेय एक समर्पित और अनुभवशील पत्रकार हैं, जो बीते वर्षों से डिजिटल मीडिया और ग्राउंड रिपोर्टिंग के क्षेत्र में लगातार सक्रिय हैं। खबरों की समझ, तथ्यों की सटीक जांच और प्रभावशाली प्रेज़ेंटेशन उनकी विशेष पहचान है। उन्होंने न्यूज़ राइटिंग, वीडियो स्क्रिप्टिंग और एडिटिंग में खुद को दक्ष साबित किया है। ग्रामीण मुद्दों से लेकर राज्य स्तरीय घटनाओं तक, हर खबर को ज़मीनी नजरिए से देखने और उसे निष्पक्षता के साथ प्रस्तुत करने में उनकी विशेष रुचि और क्षमता है।