यूपी के इन 22 सरकारी शिक्षकों की नौकरी गई, सबसे ज्यादा बाराबंकी में, मऊ, लखनऊ, मीरजापुर में भी एक्शन, जानें- वजह

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यूपी के इन 22 सरकारी शिक्षकों की नौकरी गई, सबसे ज्यादा बाराबंकी में, मऊ, लखनऊ, मीरजापुर में भी एक्शन, जानें- वजह

उत्तर प्रदेश में 22 सरकारी शिक्षकों की नौकरी चली गई. शिक्षा निदेशालय द्वारा जारी एक आदेश में यह जानकारी दी गई. इन 22 लोगों में सबसे ज्यादा शिक्षक बाराबंकी के हैं. इसके बाद मऊ, लखनऊ, बुलंदशहर, बलिया, जौनपुर, आजमगढ़, मीरजापुर में भी एक्शन हुआ है. 

इन सभी पर आरोप है कि इन्होंने फर्जी प्रमाण पत्रों के जरिए नौकरी हासिल की थी. 22 शिक्षकों में 14 महिलाएं और 8 पुरुष हैं.

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जिलावार बात करें तो बाराबंकी में 7, मऊ 3, लखनऊ 2, बुलंदशहर में 1 शिक्षक की नौकरी गई है.

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कौन कहां से निकाला गया?

जिन शिक्षकों की नौकरी गई है उसमें मऊ से विनय कुमार यादव, विवेक सिंह, अनीता रानी, बाराबंकी से पवन कुमार,आनंद सोनी, अतुल प्रकाश वर्मा, अंकित वर्मा,सलोनी अरोरा, लक्ष्मी देवी,प्रियंका, लखनऊ से राज रजत वर्मा, रोहिणी, बुलंदशहर से अमित गिरी, सहारनपुर से रुचि सिंघल, कानपुर देहात से नूतन सिंह, मीरजापुर से दीपा सिंह,आजगढ़ से प्रीति सिंह, जौनपुर से नंदिनी,  आजमगढ़ से गीता, रूमन विश्वकर्मा, बलिया से किरन मौर्या, सरिता मौर्या का नाम शामिल है.
 
शिक्षा निदेशक के अनुसार इन सभी से वेतन भुगतान की रिकवरी होगी और उनके खिलाफ एफआईआर के लिए संबंधित जिला विद्यालय निरीक्षकों को निर्देश दिए गए हैं.
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