WPL 2025: मुंबई इंडियंस ने फिर रचा इतिहास, दिल्ली कैपिटल्स का खिताबी सपना टूटा!

मुंबई इंडियंस ने एक बार फिर से इतिहास रच दिया है और वूमेंस प्रीमियर लीग (WPL) 2025 का खिताब अपने नाम कर लिया है। फाइनल मुकाबले में मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स की टीमें आमने-सामने थीं, लेकिन बाजी मारी मुंबई इंडियंस ने। यह दूसरी बार है जब मुंबई इंडियंस ने WPL का खिताब जीता है। जब इस लीग की शुरुआत 2023 में हुई थी, तब भी चैंपियन मुंबई इंडियंस ही थी और अब 2025 में भी उन्होंने अपनी बादशाहत कायम रखी।
दिल्ली कैपिटल्स के सामने लक्ष्य था 150 रनों का, जो टी20 क्रिकेट में बहुत बड़ा नहीं माना जाता। लेकिन दिल्ली कैपिटल्स की टीम लगातार विकेट खोती रही और उनका यह लक्ष्य दूर होता चला गया। कप्तान मैक क्लेनिंग 13 रन बनाकर नाबाद रहीं, जबकि शेफाली वर्मा मात्र 4 रन बनाकर आउट हो गईं। जैस ने 13 रन और मारी जने कैप ने 40 रन बनाए, जबकि निकी प्रसाद ने 25 रनों का योगदान दिया।
दिल्ली की टीम ने 141 रन ही बना सकी और पूरे ओवर खेल कर अपने आठ विकेट खो दिए। नेट सिवर ब्रंट ने गेंदबाजी में भी कमाल दिखाते हुए तीन विकेट अपने नाम किए और मुंबई इंडियंस को यह मैच जीतने में अहम भूमिका निभाई।
इस मुकाबले में मुंबई इंडियंस की कप्तान हरमनप्रीत कौर को प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया। उन्होंने बल्ले से शानदार प्रदर्शन करते हुए अपनी टीम को जीत दिलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। WPL के इतिहास में मुंबई इंडियंस ने एक और बड़ी उपलब्धि हासिल की है। पिछले 14 सालों में मुंबई इंडियंस ने 12 खिताब अपने नाम किए हैं, चाहे वो IPL हो या दुनिया भर की फ्रेंचाइजी लीग।
दूसरी ओर, दिल्ली कैपिटल्स के लिए यह हार काफी दर्दनाक रही। लगातार तीन सालों से WPL के फाइनल में हार का सामना करना पड़ा है - 2023, 2024 और अब 2025 में भी। मैच के बाद कप्तान मैक क्लेनिंग ने कहा कि पूरे सीजन में उनकी टीम का प्रदर्शन अच्छा रहा, लेकिन फाइनल में वे जीत हासिल नहीं कर पाए। उन्होंने मुंबई इंडियंस की तारीफ करते हुए कहा कि मुंबई ने शानदार खेल दिखाया और जीत की हकदार थी।
मैक क्लेनिंग ने माना कि उनकी टीम की बल्लेबाजी खराब रही और जल्दी-जल्दी विकेट गंवाने का नुकसान उन्हें उठाना पड़ा। उनके अनुसार, खिताब उनके बिल्कुल करीब आकर भी हाथ से निकल गया और यह बात उन्हें काफी निराश कर गई।
मुंबई इंडियंस ने एक और बार साबित कर दिया है कि वे बड़े मुकाबलों की टीम हैं और जब-जब खिताबी टक्कर की बात आती है, तो वे बाजी मारने से पीछे नहीं हटते। दूसरी तरफ, दिल्ली कैपिटल्स के लिए यह हार एक बड़ा सबक हो सकता है और उन्हें अपनी कमियों को सुधारने की जरूरत है।
मुंबई इंडियंस के खिताबी सफर को देखकर यह कहना गलत नहीं होगा कि वे वूमेंस प्रीमियर लीग की सबसे सफल टीमों में से एक बन चुके हैं। उनकी कप्तान हरमनप्रीत कौर ने भी अपने शानदार नेतृत्व से यह साबित कर दिया कि क्यों वे इस टीम की लीडर हैं।
क्या दिल्ली कैपिटल्स अगले साल अपने भाग्य को बदल पाएगी या फिर एक बार फिर मुंबई इंडियंस की बादशाहत जारी रहेगी? यह देखना दिलचस्प होगा।